इस साल आम की पैदावार तोड़ सकती है बीते 15 साल का रिकॉर्ड

Update: 2016-03-20 05:30 GMT
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लखनऊ (भाषा)। आम के पेड़ों पर आये जबर्दस्त बौर की वजह से इस साल यूपी में आम की बंपर फसल होने की उम्मीद है। आम उत्पादकों का कहना है कि अगर सरकार दशहरी आम की ब्रांडिंग के लिये उनकी मांगों पर सकारात्मक कदम उठाये तो ये सोने पर सुहागा होगा।

मैंगो ग्रोअर्स असोसिएशन ऑफ इण्डिया के अध्यक्ष इंसराम अली ने बताया कि इस बार पेड़ों पर जबर्दस्त बौर आया है। अगर हफ्ते भर तक मौसम इसी तरह सूखा रहा तो आम का उत्पादन 50 लाख मिट्रिक टन से अधिक हो सकता है, जो खुद में एक रिकॉर्ड होगा।' पिछले साल 44 लाख मिट्रिक टन आम का उत्पादन हुआ था, जो अब तक का सर्वाधिक उत्पादन है। उन्होंने बताया कि आम के पेड़ों पर इस बार इतना बौर आया है जितना कि पिछले 15-20 साल में नहीं देखा गया था। हाल-फिलहाल तो आंधी-पानी का दौर चलने का अनुमान नहीं है और अगर एक हफ्ते तक मौसम ऐसा ही रहा तो बौर मजबूत हो जाएगा और बागों में आम की फसल लहराएगी।

अली ने बताया कि आम उत्पादकों को सरकार की तरफ से अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पा रहा है। अगर सरकार की मदद मिले तो सोने पे सुहागा हो सकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि दशहरी की ब्रांडिंग के लिये उत्पादकों के स्तर पर तो कोशिश की जा रही है। लेकिन सरकार इस मौके की अनदेखी कर रही है। सरकार को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की तर्ज आम की फसलों को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिये राज्य स्तर पर कोई योजना लानी चाहिए।

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