पहली वजह: गोली के छर्रे अलग, चाकू भी छोटा
पुलिस को उम्मेद भवन में सलमान के कमरे की तलाशी में बंदूक की गोलियां मिली थीं। जबकि जिप्सी में मिले छर्रे, उन गोलियों के नहीं थे। पुलिस ने हिरण का गला रेतने वाला कथित चाकू बरामद किया था, लेकिन ये पॉकेट चाकू है, जिससे गला रेतना मुश्किल होता है।
दूसरी वजह: जिप्सी सर्च रिपोर्ट अलग-अलग
वन विभाग ने सलमान खान की जिप्सी जब्त कर तलाशी ली थी। इसकी सर्च रिपोर्ट में सिर्फ खून के धब्बे मिले। बाद में पुलिस ने भी जिप्सी की तलाशी ली। उन्हें जिप्सी में छर्रे, हिरण के बाल मिले, लेकिन वन विभाग को ये चीजें तलाशी में नहीं मिले थे। इस तरह दोनों सर्च रिपोर्ट भी अलग-अलग हो गई।
तीसरी वजह: सह-आरोपी बरी तो सलमान दोषी कैसे?
भवाद और घोड़ा फार्म हाउस के मुकदमों में सलमान के साथ 12 आरोपी थे। इनमें से 10 को संदेह का लाभ मिला। कोर्ट के सामने कुछ ऐसे सवाल थे जिनका फायदा सलमान को मिला। मुंबई का रहने वाला शिकार के लिए कैसे उम्मेद पैलेस से निकला? कैसे पता चला कि हिरण यहां मिलेंगे? कोई तो उसे ले गया होगा? जब दूसरे बरी हो गए तो सलमान अब तक आरोपी क्यों हैं?
चौथी वजह: सूत्रधार ही हो गया गायब
वन अधिकारी ललित बोड़ा ने दवा व्यापारी अरूण के ड्राइवर हरीश दुलानी के बयान पर शिकार के मुकदमे दर्ज करवाए थे। वन विभाग ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान करवा कर उसे छोड़ा था, जबकि डिफेंस की ओर से उसका क्रॉस वेरिफिकेशन ही नहीं हुआ। वो इसके बाद से ही गायब हो गया।
पांचवी वजह: सज़ा बढ़ाने की अपील क्यों?
सरकार ने सलमान खान की एक साल की सजा को कम माना। सलमान की सजा बढ़ाने और गोरधन सिंह को फिर से आरोपी मानने के लिए दो अपील की गई। ऐसे में सवाल ये है कि सरकार ने दूसरे 11 लोग जो बरी हो चुके, उन्हें गोरधन की तरह फिर से आरोपी बनाने की अपील क्यों नहीं की? प्रॉसिक्यूशन के पास इसका ठोस जवाब नहीं था।