जल बचाओ अभियान के तालाबों पर हो रहा अवैध कब्ज़ा

Update: 2016-06-29 05:30 GMT
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रायबरेली। जल संरक्षण के लिए प्रदेश सरकार के जल बचाओ अभियान चला रहा है, जिसके अंतर्गत ग्राम पंचायतों में तलाब बनवाए जा रहे हैं, लेकिन उन्हीं तालाबों पर अतिक्रमण का मामला सामने आया है।

रायबरेली जिला मुख्यालय से 35 किमी उत्तर दिशा में बछरावां ब्लॉक के रानीखेड़ा गाँव में जल बचाओ अभियान के तहत तालाब बनवाए गए तालाबों पर ग्रामीणों ने कब्जा कर लिया है। रानीखेड़ा गाँव निवासी कमल नाथ सिंह (35 वर्ष) बताते हैं, “गाँव में पिछले वर्ष जल बचाव अभियान के तहत नया तालाब बनाया गया था, तब से तालाब में पानी तो नहीं अाया, लेकिन यहां गाँव के कुछ दबंगों ने अपने मवेशी बांधना और पैरा (भूसा) रखना शुरू कर दिया है।”

रायबरेली जिले में चलाए जा रहे जल बचाओ अभियान में बनवाए गए तालाबों की स्थिति के बारे में बताते हुए बछरावां ब्लॉक के क्षेत्रीय अधिकारी, मनरेगा अरविंद बाजपेई बताते हैं, “पिछले सत्र में पूरे जिले में चलाए जा रहे जल बचाओ अभियान में सबसे ज्यादा तालाब हमारे ब्लॉक में ही बनवाए गए। इनमें ऐसे तालाब जो नहरों या किसी बड़े जल श्रोतों के पास हैं, उनमें जलापूर्ति समय से करा दी गई पर ऐसे तलाब, जो कि नहरों से दूर हैं उनमें बारिश के समय पानी इकठ्ठा किया जाएगा।” जल बचाओ अभियान में तालाबों का लाभ सभी ग्राम पंचायतों को मिल सके, इसके लिए विकास खंड अधिकारी (बीडीओ) को अभियान का नोडल अधिकारी बनाया गया है। अरविंद बाजपेई आगे कहते हैं, “अभियान के तहत बनाए गए कुछ तालाबों पर कब्ज़ा हुआ पर हाल ही में हमने ब्लॉक के 15 तालाबों का दौरा कर उन्हें कब्ज़ामुक्त करवाया है।”

तालाबों पर हो रहे अवैध अतिक्रमण को रोकने पर मनरेगा उपायुक्त प्रतिभा सिंह ने बताया, “मनरेगा के तहत बनवाए जा रहे तालाबों पर कब्ज़े को हटवाने की ज़िम्मेदारी तहसील की होती है। तालाब बनवाने के बाद मनरेगा इसका कार्यभार ग्राम समिति या संबंधित संस्था को सौंप देता है।” वो आगे बताती हैं कि यह ज़िम्मेदारी एसडीएम की होती है कि वह अभियान के तहत बनवाए गए तालाबों पर हो रहे कब्ज़ों पर सतर्कता बरतें और उसे हटाने के लिए उचित कार्यवाई करें।”

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

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