जनेश्वर पार्क में तीन सौ लोगों को मिली खुशियों की चाभी

Update: 2016-01-14 05:30 GMT
गाँव कनेक्शन

लखनऊ। ''रिक्शा चलाते-चलाते आधी उम्र बीत गयी, लेकिन मुख्यमंत्री जी ने जो रिक्शा दिया है इससे राहत तो मिलेगी और आमदनी भी बढ़ जाएगी", पचास वर्षीय छोटकन छोटू खुश होकर कहते हैं।

सीतापुर जिले में मिश्रिक के केशवपुर गाँव के रहने वाले छोटकन छोटू पिछले 30 वर्षों से लखनऊ में रहकर रिक्शा चलाते हैं। छोटकन छोटू की तरह तीन सौ और लोगों को प्रदेश सरकार ने मुफ्त ई-रिक्शा योजना के तहत बैटरी से चलने वाले रिक्शे दिए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ के जनेश्वर मिश्रा पार्क में स्थापित भारतीय सेना के सुपरसोनिक लड़ाकू विमान मिग-21 का लोकार्पण किया।

इस मौके पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ नगर विकास एवं गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम विभाग के मंत्री आजम खान भी मौजूद रहे। मिग-21 के लोकार्पण पर एयर मार्शल मध्य कमान श्याम बिहारी सिन्हा भी मौजूद थे। 

एयर मार्शल श्याम बिहारी सिन्हा ने इस मौके पर कहा, ''भारतीय वायु सेना के लिए ये गर्व की बात है, इसे यहां पर स्थापित किया गया है। इस लड़ाकू विमान को देखकर युवा प्रेरणा लेंगे, प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा लड़के लड़कियां वायु सेना में आएंगे।" 

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा, ''हमने जैसे कहा था कि गरीबों को रिक्शा मिलते रहेंगे, लोहिया पार्क में इसकी शुरुआत की थी ये अपने आप में अनोखी योजना है, हमारी सरकार के लगभग चार साल पूरे होने के बाद हम कह सकते हैं, कि हमने गरीबों के लिए काम किया है। इस योजना के तहत ज्यादा से ज्यादा लोगों को ई-रिक्शा दिए जाएंगे।"

मुख्यमंत्री ने बढ़ते हुए प्रदूषण के बारे में कहा, ''अगर मेट्रो, ई-रिक्शा और साइकिल से लोग चलने लगेंगे तो प्रदूषण अपने आप ही कम हो जाएगा।"

लखनऊ के राजेन्द्र नगर के रहने वाले राम उजागर (50 वर्ष) ई-रिक्शा की चाभी पाकर खुश नजर आ रहे थे, पार्क से सीधे मंदिर जाने की तैयारी में थे। राम उजागर कहते हैं, ''जब सवारी दो रुपये किराया देती थी तब से रिक्शा चलाता आ रहा हूँ। रिक्शे पर एक दो से ज्यादा सवारी भी नहीं बैठा सकते हैं, लेकिन अब इस रिक्शे पर चार सवारियां आराम से बैठ जाएंगी।" राम उजागर ने आगे बताया, ''तीन लड़कियों की शादी करनी है अब अच्छे से उनकी शादी हो जाएगी।"

ई-रिक्शा के आवंटन पत्र के साथ उसे चलाने का प्रशिक्षण भी सरकार ने दिलाया है। महानगर में सभी ई-रिक्शा चालको को 10 दिनों का प्रशिक्षण भी दिया गया है। रिक्शे का पंजीयन नंबर, ड्राइविंग लाइसेंस, परमिट व बीमा भी सरकार की तरफ से ही हुआ है। 

उत्तर प्रदेश सरकार के नगरीय रोजगार एवं गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम विभाग के अधीन राज्य नगरीय विकास अभिकरण (सूडा) के द्वारा प्रदेश के सभी जि़लों में संचालित जिला नगरीय विकास अभिकरण (डूडा) के माध्यम से ये योजना चलायी जा रही है। एक रिक्शे की कीमत एक लाख 37 हजार 7 सौ 27 रुपये हैं। बीमा व पंजीयन आदि पर 30 हजार रुपये खर्च हुए हैं। एक रिक्शा की कीमत 1.68 लाख रुपये है।

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राज्य नगरीय विकास अभिकरण (सूडा) के टोल फ्री नंबर- 18001800155 की शुरुआत की, इस नंबर पर फोन करके रिक्शा चालक अपनी समस्या का समाधान कर सकते हैं।

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