केंद्र की ये योजना तीन महीनों में विदेशों से 70 हज़ार करोड़ से ज्यादा लाई
नई दिल्ली (भाषा)। देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) इस साल की पहली तिमाही में सात प्रतिशत बढ़कर 10.55 अरब डालर यानि 70 हज़ार 600 करोड़ रुपए हो गया।
औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग (DIPP) के ताजा आंकड़ों के अनुसार जनवरी मार्च 2015 की तिमाही में 9.88 अरब डालर का विदेशी निवेश आया था। आलोच्य अवधि में जिन क्षेत्रों को सबसे अधिक एफडीआई मिला उनमें कंप्यूटर हार्डवेयर व साफ्टवेयर, सेवा, दूरसंचार, बिजली, फार्मास्युटिकल्स और ट्रेडिंग कारोबार रहा।
देश के लिहाज से भारत को सबसे अधिक विदेशी निवेश प्रवाह अमेरिका, सिंगापुर, मारीशस, जापान और नीदरलैंड से मिला। एक अधिकारी ने कहा कि सरकार द्वारा बजट में सेवा क्षेत्र के लिए विदेशी निवेश नीतियों को और उदार बनाए जाने के कारण और निवेश आएगा। सरकार ने हाल ही में रक्षा, नागर विमानन, खाद्य प्रसंस्करण, फार्मास्युटिकल्स व निजी सुरक्षा एजेंसियों के आठ क्षेत्रों के लिए एफडीआई नियमों में ढील दी।