सुअरों में पेट के कीड़े दूर करने को बनी वैक्सीन  

Update: 2016-10-20 13:34 GMT
राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की इकाई इंडियन इम्युनोलॉजिकल्स लिमिटेड (आईआईएल) का लोगो।

नई दिल्ली (भाषा)। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की इकाई इंडियन इम्युनोलॉजिकल्स लिमिटेड (आईआईएल) ने सुअरों में पेट के केंचुए (फीता कृमि) की समस्या से लड़ने के लिए ‘सिसवैक्स' वैक्सीन पेश किया है। इससे मनुष्यों में मिर्गी के दौरे को कम करने में भी मदद मिल सकती है।

एनडीडीबी ने 1982 में आईआईएल की स्थापना की थी, जिसका कार्य किसानों को सस्ती दरों पर पैर और मुंह से जुड़ी बीमारियों के लिए वैक्सीन बनाना है। कंपनी ने एक बयान में बताया कि उसने सुअरों में पेट के केंचुए की समस्या से लड़ने के लिए सिसवैक्स वैक्सीन का विकास किया है। इसमें पुरुषों में मिर्गी के दौरे को कम करने की भी क्षमता है।

सुअरों में इस वैक्सीन से टीकाकरण किए जाने से फीताकृमि के जीवनचक्र को तोड़ने में मदद मिलेगी और पुरुषों में होने वाले संक्रमण के स्रोत को ही खत्म किया जा सकेगा। आईआईएल का दावा है कि ‘सिसवैक्स' इस तरह का दुनिया का पहला वैक्सीन है।

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