नई दिल्ली (भाषा)। आने वाले दो महीनों में भी अगर दक्षिण पश्चिम मानसून की बरसात अच्छी रही तो देश में ख़रीफ फसलों का उत्पादन इस वर्ष अच्छा होने की संभावना है। जून में दक्षिण पश्चिम मानसून की शुरुआत के साथ ख़रीफ फसलों की बुवाई शुरू हो गई है। देश के विभिन्न भागों में अच्छी बरसात हुई है जिससे बुवाई अभियान में तेजी आई है।
कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा को बताया, “ख़रीफ फसलों की बुवाई की बेहतर प्रगति के मद्देनजर अगर भारतीय मौसम विभाग :आईएमडी: के अनुमान के अनुसार चालू मानसून सत्र के शेष बचे भाग में बरसात की स्थिति अनुकूल बनी रहती है, तो इस वर्ष का उत्पादन पिछले वर्ष के मुकाबले बेहतर हो सकता है।” उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह तक पिछले वर्ष के मुकाबले ख़रीफ फसलों की बुवाई का कुल रकबा 11.38 लाख हेक्टेयर अधिक था।
उन्होंने यह भी कहा कि चालू वर्ष के लिए ख़रीफ उत्पादन का ठोस आकलन करना अभी जल्दबाजी होगी क्योंकि शुरुवाती अनुमान आम तौर पर सितंबर में जारी किए जाते हैं। मौसम विभाग ने दो निरंतर सूखा पड़े वर्षो के बाद सामान्य से बेहतर बरसात होने का अनुमान व्यक्त किया है। अलग से दिए एक उत्तर में कृषि राज्यमंत्री पुरषोत्तम रुपाला ने कहा कि कृषि की केंद्रीय योजनाओं को अनुसूचित जाति और जनजाति किसानों सहित सभी किसानों के लिए लागू किया जाता है।