किसान सोशल मीडिया पर कर रहे हैं अपने अनुभव साझा

Update: 2016-05-27 05:30 GMT
गाँव कनेक्शन

लखनऊ। गुजरात के सूरत जिले के कुदसद गाँव के किसान नवनीत पटेल फार्मासिस्ट की नौकरी और कपड़ों का बिजनेस छोड़कर आज खेती कर रहे हैं। कृषि में आने के बाद नवनीत फेसबुक में ग्रुप बनाकर दूसरे किसानों को नई तकनीक से अवगत कराते रहते हैं। नवनीत गाँव कनेक्शन के पाठकों से अपनी बातें साझा कर रहे हैं।

मैंने अपनी शुरुआत साल 2003 से पहले हीरा, कपड़ों के व्यापार से किया था, लेकिन मेरे मन को इस व्यवसाय में जो सुकून मिलना चाहिए वो नहीं मिल रहा था। मन में अंदर ही अंदर घुटन हो रही थी। साल 2004 में कुछ सामाजिक और घरेलू परेशानियों की वजह मुझे खेती में आना पड़ा।शुरु में मेरे यूट्यूब पर मिले मेरे दूसरे राज्यों के किसान भाइयों से मिला उनमें उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के सुभ्रांत शुक्ल जी, मध्य प्रदेश के करकबेल के भारत पटेल ,नारायण पटेल, महाराष्ट्र से आशुतोष देशमुख, कर्णाटक बेलगाँव से आश्वत पाटिल और उत्तरांचल से जशजित नरवाल ग्रुप में जुड़े गए।

मैंने फेसबुक पर सुगर क्रेन ग्रोवर आफ इंडिया ग्रुप वर्ष 2012 में बना दिया था। मुझे किसी के पीछे नहीं जाना पड़ा लेकिन लोग मेरे पीछे आए, तो नया रास्ता बनाया और आज इसमें मेरे साथ मेरे परिवार जैसे 14000 किसान भाई है। ये मेरा नया परिवार है। ये सब अब सच और 100 फीसदी सच है। मित्रों में अब हमारा जो सुगर केन ग्रोवेर्स ऑफ़ इंडिया- भारतीय गन्ना उत्पादक समूह का ग्रुप है।अब मैं इसके बारे में सब से बताऊंगा और इससे हमारे देश के नहीं बल्कि विदेश के किसानों को भी फायदा मिला है। 

हर प्रदेश में है खेती की अपनी ज़रूरत 

देश भर में हर एक प्रदेश में खेती होती है। हर एक राज्य की स्थिति, मिट्टी, अलग-अलग है, तो एक राज्य में जिस तरह खेती होती है वो दूसरे राज्यों में अलग तरह से होती है। अब यहां टेक्नोलॉजी का कमाल देखिए, आप अपने मोबाइल फ़ोन पर या कंप्यूटर के मॉनिटर पर बिना राज्यों और खेत की मुलाकात लिए अपने घर बैठे देख सकते हैं, इस से क्या होगा कि आप सोचेंगे कि ये नई तकनीक अपनी तकनीक से बेहतर है? यह तकनीक सरल है? ये आप अपने अनुभव से तुरंत जान सकेंगे और अपने खेत में इसे उपयोग करने को सोचेंगे, चलिए आपने नई तकनीक देखी और इसे अब अपने खेत में कैसे उपयोग करेंगे? इस में भी टेक्नोलॉजी ही काम आएंगी। 

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