पणजी (भाषा)। महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिकों और तकनीशियन को गोवा स्थित राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्थान जलवायु परिवर्तन को मापने या निगरानी रखने के लिए जरुरी विशेष उपकरणों के संचालन के लिए प्रशिक्षित करेगा।
राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्थान के प्रवक्ता ने बताया, ‘‘महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के लिए एक अगस्त से 12 अगस्त तक प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है। यहां अधिकारियों को ऑटो विश्लेषक, फूरियर अवरक्त स्पेक्ट्रोस्कोपी, पारा विश्लेषक और गैस क्रोमैटोग्राफी जैसे उपकरणों के संचालन का प्रशिक्षण दिया जाएगा।''
उन्होंने कहा, ‘‘ जलवायु परिवर्तन अभी के समय की हकीकत है और दक्षिणी एशिया अपने 12,000 किलोमीटर लंबे समुद्रतट के कारण इस परिवर्तन का शिकार हो सकता है। प्रवक्ता ने कहा, ‘‘ जलवायु परिवर्तन का प्रभाव समुद्री तटों के पास रहनेवाले लोगों पर पडे़गा। परिवर्तन के कारण समुद्री जलस्तर बढे़गा, तापमान में वृद्वि होगी और बेमौसम बारिश और तूफान के आने की संभावना बढ़ जाएगी।''