नई दिल्ली (भाषा)। कोयले की घरेलू बाजार में पर्याप्त उपलब्धता के मद्देनजर मई महीने में इसका आयात 19.2 प्रतिशत घटकर 1.63 करोड़ टन रह गया।सेल और टाटा स्टील के आनलाईन खरीद मंच, एमजंक्शन सर्विसेज के मुताबिक पिछले साल मई महीने में 2.02 करोड़ टन कोयले का आयात हुआ था।
एमजंक्शन सर्विसेज के मुख्य कार्यकारी और प्रबंधन निदेशक वीरेश ओबेराय के मुताबिक गैर-कोकिंग कोल का आयात कम रहा क्योंकि ज्यादातर घरेलू कोयला आधारित बिजली संयंत्रों विशेष तौर पर सार्वजनिक क्षेत्र के बिजली संयंत्रों ने घरेलू कोयले की पर्याप्त उपलब्धता के मद्देनजर आयातित कोयले का उपयोग काफी कम कर दिया है।
उन्होंने कहा कि एमजंक्शन के पास उपलब्धता के मद्देनजर अप्रैल में घरेलू बिजली संयंत्रों की ओर से कोयला आयात में 50 प्रतिशत की कमी आई थी जो आयातित कोयले को मिलाकर उपयोग करते हैं।
इस साल अप्रैल में इन संयंत्रों से कोयला आयात सिर्फ 23 लाख टन रहा जबकि पिछले साल की इसी अवधि में 45.6 लाख टन का आयात हुआ था। ओबेराय ने कहा कि इससे स्पष्ट है कि सीमेंट संयंत्र की ओर से भी गैर-कोकिंग कोयले के आयात कुछ कम हुआ है।
विश्व की सबसे बड़ी कोयला खनन कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) के रिकार्ड कोयला उत्पादन के मद्देनजर भारत ने पिछले वित्त के दौरान कोयला आयात में 28,000 करोड़ रुपए से अधिक कटौती की थी।
कोयला सचिव अनिल स्वरुप ने एक ट्वीट में इससे पहले कहा था, ‘‘कोल इंडिया लिमिटेड के रिकार्ड उत्पादन से कोयला आयात 3.42 करोड़ टन घटा। इस तरह 2015-16 में विदेशी मुद्रा के लिहाज से 28,070 करोड़ रुपए की बचत हुई।''