नई दिल्ली। लांस नायक हनुमनथप्पा कोपाड का आज दिल्ली में निधन हो गया। सियाचीन हिमस्खलन के छह दिन बाद बचाव कर्मियों को हनुमनथप्पा बर्फ में दबे जिंदा मिले थे। उनका दिल्ली के आर्मी रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था।
तीन फरवरी को सियाचिन ग्लेशियर में 19,600 फुट की ऊंचाई पर एक जेसीओ समेत 10 जवानों का समूह बर्फ के नीचे दब गया था, जिसमें लांस नायक हनुमनथप्पा छह दिन बाद ज़िन्दा निकाले गए थे।
बर्फ में दबे रहने के कारण हनुमनथप्पा कोमा में थे। उनके लिवर और किडनी में इन्फेक्शन था व शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। इलाज के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अस्पताल जाकर डॉक्टरों से मिलकर हनुमनथप्पा की स्थिति का जायज़ा लिया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ट्वीट कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की, उन्होने लिखा, "वो (हनुमनथप्पा) हमे दुखी छोड़ कर चले गए। आपके अंदर का सैनिक हमेशा ज़िंदा रहेगा। गर्व है कि आप जैसे देशभक्तों ने भारत की सेवा की।"