नई दिल्ली। देश के औद्योगिक विकास के आंकड़ों ने लगातार तीसरे महीने भी निराश किया है। जनवरी में औद्योगिक विकासदर गिरकर 1.53 फीसदी तक पहुंच गई। इससे पहले दिसंबर 2015 में इसमें 1.18 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी।
लगातार तीसरे महीने गिरावट
जनवरी 2015 में औद्योगिक उत्पादन दर 2.8 फीसदी बढ़ी थी। जनवरी में औद्योगिक उत्पादन में लगातार तीसरे महीने गिरावट दर्ज की गई है और इसकी सबसे अहम वजह विनिर्माण क्षेत्र के कमजोर प्रदर्शन का रहा है। गिरावट को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक से मुख्य ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद बढ़ गई है।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आंकड़े के मुताबिक, मौजूदा कारोबारी साल के पहले 10 महीने में देश के औद्योगिक उत्पादन में हालांकि 2.7 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। ये दर एक साल पहले की समान अवधि में 2.6% थी। आधिकारिक बयान में कहा गया है, "जनवरी, 2016 के औद्योगिक उत्पादन सूचकांक की रीडिंग 186.3 पर है, जो जनवरी 2015 के मुकाबले 1.5 फीसदी नीचे है।"