लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार की गाँवों को बसों से जोड़ने की योजना धीरे-धीरे रंग ला रही है। जो गाँव रोडवेज बसों से अछूते थे, अब उन गाँवों की सीमाओं को रोडवेज बसें छूने लगी हैं, जिससे यात्रियों को काफी राहत मिली है।
ग्रामीण क्षेत्रों के लिए प्रदेश सरकार की लोहिया ग्रामीण योजना के तहत लोहिया बसों के बेड़े में बढ़ोतरी की गई है। लखनऊ परिक्षेत्र को एएस-052 कोड पर निर्मित हुईं 15 नई बसें मिल गई हैं।
हजारों गाँवों व मजरों को रोडवेज बसों से जोड़ने के लिए प्रदेश सरकार ने गाँवों के लिए विशेष तौर पर लोहिया ग्रामीण बसों का संचालन शुरू कराया था। इसके तहत प्रदेश में अब तक 500 के करीब लोहिया बसों का संचालन किया भी जा रहा है।
धीरे-धीरे इन बसों की संख्या में बढ़ोतरी भी की जा रही है, इसलिए हाल ही में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की ओर से लखनऊ परिक्षेत्र को 15 साधारण लोहिया ग्रामीण बसें प्रदान की गई हैं।
ये बसें रायबरेली, चारबाग व कैसरबाग से संचालित होंगी। कैसरबाग एआरएम अमर सहाय ने बताया, “रूटों का सर्वे कराने के बाद किराया तय करके इन बसों का संचालन जल्द शुरू कराया जाएगा। जिससे यात्रियों को सफर में काफी सहूलियत मिलेगी।” गर्मी के इस मौसम में यात्रियों की संख्या में जबरदस्त इजाफे के चलते बसों की जरूरत महसूस की जा रही थी।अब लोहिया बसों के मिलने से काफी हद तक यात्रियों को सफर में आने वाली दिक्कतों से निजात मिल सकेगी।
अपनी बात को जारी रखते हुए अमर सहाय ने बताया, “इन बसों का उद्घाटन संभवत: मई की पहली तारीख में मंत्री द्वारा किया जाएगा।” राज्य सरकार की प्रदेश में कुल 1500 लोहिया ग्रामीण बसें संचालित कराने की योजना है। फिलहाल अभी तक यह संख्या 500 के करीब ही पहुंच पाई है।