बर्लिन (भाषा)। यूरोपीय निवेश बैंक लखनऊ की पहली 23 किलोमीटर की मेट्रो रेल लाइन के निर्माण और नई ट्रेनों की खरीद के लिए भारत को 45 करोड़ यूरो या 51.2 करोड़ डालर का कर्ज देगा।
कर्ज़ की पहली किस्त के लिए करार पर दस्तखत ब्रुसेल्स में बुधवार को 13वें ईयू-भारत शिखर सम्मेलन के दौरान किए गए। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए। ये कर्ज़ यूरोपीय संघ के सरकारी बैंक की ओर से किसी परियोजना के लिए सबसे बड़ा वित्तपोषण है। 45 करोड़ यूरो के दीर्घावधि के कर्ज़ में लखनउ मेट्रो की कुल परियोजना लागत का आधा आ जाएगा। इसका इस्तेमाल लखनऊ में पहली मेट्रो लाइन के वित्तपोषण के लिया किया जाएगा।