बहराइच। ज़िले के बौंडी थाने में अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे लोग वहां का नजारा देखकर हैरान रह गए। एसओ की कुर्सी थी, सामने मेज लगी थी, आसपास कुछ पुलिसकर्मी और फरियादी भी थे लेकिन सामने की कुर्सी पर एसओ की जगह एक लंगूर बैठा हुआ था। करीब आधे घंटे तक ये लंगूर थानेदार बना रहा।
अचानक कहीं से आए लंगूर ने न सिर्फ एसओ की कुर्सी पर कब्जा किया बल्कि कई फाइलें भी उलट-पुलट कर देखी। पुलिसकर्मियों ने भगाने की कोशिश भी की लेकिन नाकाम रहे। आखिर वो फाइलें बचाने के लिए पुलिसकर्मी शांत हो गए।
बहराइच जिला मुख्यालय से 38 किलोमीटर दूर दक्षिण दिशा में बौंडी थाने में करीब १० मिनट लंगूर ने थानेदार की कुर्सी पर बैठ कर फाइलें चेक की। फाइलों को नुकसान न पहुंचे इसलिए एसओ बृजेश सिंह किसी तरह हिम्मत करके उसके बगल में बैठ गए। इसके बाद भी लंगूर अपना काम करता रहा। फरियादी भी मुस्कुराते हुए नए-नए थानेदार को देखते रहे। उसने कई लोगों के हाथ से पेपर भी लेने की कोशिश की। पुलिसकर्मी इस दौरान सिर्फ मूकदर्शक और फोटोग्राफर ही बने रहे।
लंगूर ने नहीं ली रिश्वत
लंगूर को भगाने के लिए एसओ को कुछ नहीं सूझा तो उन्होंने उसके लिए बिस्किट समेत खाने-पीने की कई चींजे मंगवाईं लेकिन लंगूर बिना कुछ खाए ही थोड़ी देर में उठकर चला गया।
किसी को नहीं पहुंचाया नुकसान
बौंडी थाने में जब लंगूर पहुंचा तो सारे पुलिसकर्मी डर गए कि कहीं वो फाइलों को नुकसान न पहुंचा दे, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। जिस दौरान लंगूर थानेदार बना, थाने में एसओ बृजेश यादव, तीन दारोगा, 20 सिपाही और आठ होमगार्ड तैनात हैं। जबकि चुनाव ड्यूटी में आए 50 दूसरे होमगार्ड भी मौजूद थे। एसओ ने खुद ये तस्वीरें ली हैं। बृजेश सिंह ने बताया, "लंगूर ने फाइलों को नुकसान नहीं पहुंचाया है।"
रिपोर्टर - नित्यम श्रीवास्तव