नई दिल्ली (भाषा)। ऊपरी वायुमंडल के संबंध में मौसम विभाग के अधिकारियों की समझ को बेहतर बनाने में मदद के इरादे से भारत एक ऐसा विमान खरीदने जा रहा है जिससे कि मौसम पूर्वानुमान संबंधी प्रयोग किए जा सकें।
केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री हर्ष वर्धन ने बताया कि अगले महीने तक एक टेंडर जारी करने की संभावना है और अगले 18 से 24 महीनों में एक विमान खरीदा जा सकता है।
विमान पर करीब डेढ़ सौ करोड़ रुपए की लागत आ सकती है, जिसे पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत आने वाला संस्थान भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम-पुणे) खरीदेगा। इससे बादल के अवलोकन संबंधी प्रयोग, बादल एवं एयरोसॉल संपर्क तथा वायुमंडल के ऊपरी भाग में गैसों के अध्ययन सहित अन्य चीजों में मदद मिलेगी।
विमान को खरीदने के बाद भारत दुनिया के उन गिने चुने देशों में शुमार हो जाएगा और संभवत: दक्षिण एवं दक्षिण पूर्व एशिया का एकमात्र ऐसा देश होगा जिसके पास इस तरह का विमान होगा।
भारत ने फिलहाल कुछ निजी कंपनियों से इस तरह का विमान किराए पर लिया है। विमान के आने से वैज्ञानिक अपने स्तर पर कार्य करने में सक्षम हो जाएंगे। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम राजीवन ने बताया कि विमान खरीदे जाने के संबंध में इस साल के अंत तक फैसला किए जाने की संभावना है।