तिरुवनंतपुरम (भाषा)। केरल इस साल एक नंबवर तक खुले में शौच की प्रवृत्ति से मुक्त हो जाएगा। सरकारी शुचित्व मिशन के अंतरगत यह लक्ष्य हासिल किया जाएगा।
राज्य के मुख्य सचिव एसएम विजयानंद ने हाल ही में इसमें शामिल सभी भागीदारों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मिशन की प्रगति का मूल्यांकन किया। यह बैठक पिछले महीने मुख्यमंत्री पिनरई विजयन की नई दिल्ली दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ हुई बैठक के बाद हुयी है।
बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने कहा कि केरल एक नवंबर को राज्य को खुले में शौच मुक्त करने के अपने घोषित लक्ष्य से पीछे नहीं हटेगा क्योंकि राज्य को हमेशा अन्य राज्यों के लिए एक मॉडल बना रहना चाहिए।
अधिकारियों ने महसूस किया कि उपलब्ध राशि से लक्ष्य हासिल करने में परेशानी नहीं होगी लेकिन विशेष कर दूर-दराज, पहाड़ी और तटीय इलाकों में अन्य संसाधनों को एकत्र करना एक चुनौती हो सकती है।
विज्ञप्ति में बताया गया है कि जिन इलाकों में कोष की कमी एक चुनौती हो सकती है वहां पर अनुसूचित जनजाति और मत्स्य विभाग अपना योगदान करने के लिए आगे आया है। शुचित्व मिशन स्वच्छता के लिए राज्य की एक नोडल एजेंसी है।