पढ़-लिखकर ही बोलें समाजवादी: मुलायम

Update: 2016-06-29 05:30 GMT
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लखनऊ (भाषा)। समाजवादी पार्टी (सपा) मुखिया मुलायम सिंह यादव ने सभी समाजवादी नेताओं और कार्यकर्ताओं को समस्या की आलोचना करने के साथ ही उसका समाधान भी सुझाने की सलाह देते हुए आज कहा कि सभी सियासतदानों को पढ़ने-लिखने और तब बोलने की आदत डालनी चाहिये, तभी वे रचनात्मक राजनीति कर पाएंगे।

सपा प्रमुख ने अपने भाई और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव के 70वें जन्मदिन और उनकी पुस्तक ‘संसद में मेरी बात' के विमोचन के सिलसिले में आयोजित समारोह में कहा, ‘‘राजनीति करने वाले और इसकी इच्छा रखने वाले सभी लोगों को रामगोपाल की पुस्तक पढ़नी चाहिये। इस किताब में समस्याओं की आलोचना के साथ समाधान भी सुझाए गये हैं। सिर्फ आलोचना से काम नहीं चलता है। आप आलोचना के साथ-साथ समाधान की भी बात करें।''

यादव ने कहा कि उन्होंने जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय प्रकरण की आलोचना की और रामगोपाल ने समाधान की बात भी कही। इसे सभी ने सराहा। सपा ही ऐसी पार्टी है जिसे देश की समस्याओं और विदेश नीति पर सबसे अच्छी राय मिलती है।

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