लखनऊ। गोमतीनगर के मखदूमपुर गाँव में रेलवे लाइन किनारे बसी असमी बस्ती में आग लग गई। सुबह करीब साढ़े सात बजे लगी आग की सूचना पाकर मौके पर पहुंची दमकल की सात गाड़ियों ने आग बुझाई। इस अग्निकांड में पल भर में 49 आशियाना जलकर राख हो गए। आग की चपेट में आकर दो व्यक्ति मामूली रूप से झुलस गए।
गोमती नगर विस्तार के मखदूमपुर गाँव के पास रेलवे लाइन के किनारे डॉ. अब्दुल मजीद के प्लाट और खाली पड़ी भूमि पर करीब पांच दर्जन असमी झोपड़ी डाल कर रहे थे। मंगलवार की सुबह करीब साढ़े सात बजे डॉ. अब्दुल मजीद के प्लॉट से सटी समशुल हक की झोपड़ी से धुआं उठने लगा। इससे पहले बस्ती के लोग कुछ समझ पाते आग ने भीषण रूप धारण कर लिया। बस्ती में चीख-पुकार मच गई, बस्ती में मौजूद महिलाएं और बच्चे जान और अपना कीमती समान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।
डेयरी संचालकों ने सब-मरसेबिलों से आग को बुझाने का प्रयास किया, लेकिन चल रही हवा के तेज झोंकों के कारण वे आग बुझाने में असफल रहे। झोपड़ी में रखे दो छोटे सिलेंडरों के धमाके के साथ फटने से आग ने भयावह रूप ले लिया। यहां की 49 झोपड़ियों में रखे टीवी, फ्रिज, बर्तन, कपड़े, राशन, नकदी समेत कीमती सामान राख हो गए।
स्वयं सेवी संगठनों की मदद
आग पीड़ितों की मदद के लिए स्वयं सेवी संगठन भी आगे आए। केजीएमयू में तीमारदारों को नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराने वाली संस्था विजय श्री फाउंडेशन के कार्यकर्ता राशन सामग्री लेकर तत्काल पहुंच गए। संस्था के लोगों ने वहां भोजन बनाकर पीडि़तों को वितरित किया।