प्रधानमंत्री की कतर नेतृत्व के साथ बातचीत में उर्जा क्षेत्र रहेगा केंद्र

Update: 2016-06-04 05:30 GMT
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दोहा (भाषा)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कल यहां इस उर्जा संपन्न देश  के नेतृत्व से होने वाली बातचीत में दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को विशेष तौर से उर्जा क्षेत्र में नए सिरे से बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। गौरतलब है कि मोदी देश में विकास कार्यों के लिए यहां से निवेश आकर्षित करना चाहते हैं।

मोदी कतर में शीर्ष उद्योगपतियों को भी संबोधित करेंगे। कतर भारत के लिए सबसे बड़ा एलएनजी आपूर्तिकर्ता है और पिछले वित्त वर्ष के दौरान 65 प्रतिशत एलएनजी आयात वहां से किया गया था। उद्योगपतियों के साथ यहां कल सुबह होने वाली बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री विशेष तौर पर बुनियादी ढांचा क्षेत्र में बड़े निवेश पर जोर दे सकते हैं।

उसके बाद वह कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमाद अल थानी के साथ द्विपक्षीय एवं आपसी हित के क्षेत्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विस्तृत चर्चा करेंगे। सूत्रों ने आज यहां कहा कि चर्चा मुख्य तौर पर उर्जा पर केंद्रित रहने की उम्मीद  है लेकिन इस दौरान भारत-कतर संबंधों के विभिन्न आयामों पर भी बातचीत हो सकती है। दोनों पक्ष कुछ समझौतों पर हस्ताक्षर कर सकते हैं.

कतर खाडी क्षेत्र में भारत के लिए महत्वपूर्ण कारेाबारी भागीदार हैं और 2014-15 में दोनों के बीच द्विपक्षीय कारोबार 15 अरब डालर को पार कर गया। यह भारत के कच्चे तेल का भी बड़ा स्रोत है। फिलहाल कतर में 2022 में होने वाले फीफा विश्व कप से जुड़ी निर्माण गतिविधियों में कई भारतीय कंपनियां शामिल हैं।

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