प्रदूषण से निपटने के लिए चीन, भारत मिला सकते हैं हाथ: अधिकारी

Update: 2016-06-22 05:30 GMT
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शंघाई (भाषा)। शंघाई विदेश मामलों के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि चीन शहरों के आर्थिक विकास से उत्पन्न वायु प्रदूषण जैसे पर्यावरण हृास के प्रभावों से निपटने के लिए भारत के साथ आधुनिक प्रौद्योगिकी, अनुभव और हरित साधन साझा करने के लिए तैयार है।

शंघाई नगर विदेश मामले कार्यालय के उपमहानिदेशक फु जिहोंग ने पर्यावरण संरक्षण के लिए विश्वभर में किए जा रहे प्रयासों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘यह एक तथ्य है कि पर्यावरणीय प्रदूषण विश्वभर के शहरों के लिए एक चुनौती है और हम सब इस चीज पर काफी ध्यान देते हैं कि हम पर्यावरण के साथ कैसा व्यवहार करते हैं। इसलिए पर्यावरण को बचाने के लिए विश्वभर में एक बड़ी सर्वसम्मति बनी है।''

उन्होंने यहां शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की 15वीं वर्षगांठ के अवसर पर एक आयोजन में कहा, ‘‘महत्वपूर्ण बुनियाद के रुप में इस तरह की सर्वसम्मति पर्यावरण संरक्षण के मुद्दे पर विश्व में एक बड़ा सहयोग होगा।'' जिहोंग ने कहा कि आर्थिक जगत का तेजी से मुख्य केंद्र बन रहा शंघाई पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में साझेदार शहरों के साथ अपने अनुभव, सर्वश्रेष्ठ तरीकों और नवीनतम प्रौद्योगिकी को साझा करने की दिशा में काम कर रहा है।

चीन में बीजिंग और भारत में नई दिल्ली विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हैं। चीन के सर्वाधिक आबादी वाले शंघाई शहर को वायु की खराब होती गुणवत्ता जैसी स्थिति का भी सामना करना पड़ रहा है।

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