प्रिंसिपल-नर्स और डॉक्टर के बेटे निकले लुटेरे

Update: 2016-05-01 05:30 GMT
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लखनऊ। विकासनगर पुलिस ने पर्स लूटने वाले तीन लुटेरों को गिरफ्तार किया। लुटेरे बड़े परिवार से सम्बन्ध रखते है। लुटेरे नशे की लत और महंगे होटलों में खाना खाने के शौकीन थे। इनके पास से कई मोबाइल फोन, नगदी के अलावा दो बाइक बरामद हुई हैं। आईजी ए. सतीश गणेश ने टीम को 20 हजार रुपए का पुरस्कार दिया।

एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने विकासनगर थानाध्यक्ष रवि श्रीवास्तव अपनी टीम के साथ सिद्वार्थ मोहन, विशाल सिंह निवासी सेक्टर एफ जानकीपुरम और आश्रय आनन्द निवासी सेक्टर एच जानकीपुरम को मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया। तीनों ने अलीगंज, महानगर, मडियांव विकासनगर थाना क्षेत्र में चार-चार तथा जानकीपुरम थाना क्षेत्र में तीन पर्स लूट की घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया है। इनके गिरफ्तार होने से पर्स लूट की लगभग 23 घटनायें प्रकाश में आई है। गैंग का नाम रफ्तार किसने रखा इस बारे में एसएसपी ने बताया कि पब्लिक ने नाम रखा होगा। 

तीनों का यह है बैकग्राउंड

सिद्वार्थ मोहन अनाथ है, वह अपने बुआ और फूफा के साथ रहता है। बुआ हैदरगढ़ में डॉक्टर है जबकि फूफा मीडिया में कार्य करते हैं। विशाल सिंह के पिता सलेमपुर जनपद देवरिया में प्रिंसिपल है। मां जावित्री हॉस्पिटल में नर्स हैं। आश्रय आनन्द के पिता की मेडिकल स्टोर की दुकान है। सिद्धार्थ विशाल और आश्रय इंटर के पास कर चुके हैं। 

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