प्रतिबंध के चलते प्याज़ निर्यात में 7% की गिरावट

Update: 2016-05-03 05:30 GMT
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नई दिल्ली। (भाषा) प्याज निर्यात पर प्रतिबंध के चलते वित्त वर्ष 2015-16 के पहले दस महीनों में इसका निर्यात मात्रा की दृष्टि से 6.75 प्रतिशत गिरकर 8.28 लाख टन रहा लेकिन मूल्य के हिसाब से निर्यात में अच्छी खासी वृद्धि हुई।

राष्ट्रीय बागवानी शोध एवं विकास फांउडेशन एनएचआरडीएफ के आंकड़ों के अनुसार मूल्य के लिहाज से अप्रैल- जनवरी 2015-16 के दौरान प्याज निर्यात 35 प्रतिशत बढ़कर 2,161.70 करोड़ रूपए का रहा। विदेशों में अच्छी कीमत मिलने से यह वृद्धि दर्ज की गई। आंकड़ों के अनुसार प्याज का निर्यात 8,28,656 टन रहा जबकि एक साल पहले इसी अवधि में 8,88,673 टन प्याज का निर्यात किया गया था।

प्याज निर्यात में कमी की मुख्य वजह इसका ऊंचा न्यूनतम निर्यात मूल्य रहा। पिछले साल जून में इसका एमईपी बढ़कर 425 डालर प्रति टन कर दिया गया था। अगस्त में यह 700 डालर प्रति टन कर दिया गया। बेमौसमी वर्षा से उत्पादन घटने के कारण 

सरकार की तरफ से जब निर्यात प्रतिबंध लगाये गये थे तब प्याज निर्यात से औसत मूल्य प्राप्ति 48,000 रूपए प्रति टन थी लेकिन सरकार द्वारा एमईपी हटा दिये जाने के बाद जनवरी में निर्यात प्राप्ति 14,997 रपये प्रति टन ही रही।

देश से 2014-15 में कुल 2,009.94 करोड रपये का 10.86 लाख टन प्याज निर्यात किया गया। चालू वर्ष 2015-16 जुलाई से जून के दौरान देश में प्याज उत्पादन रिकार्ड 203 लाख टन होने का अनुमान है। पिछले वर्ष 189.2 लाख टन प्याज का उत्पादन हुआ था। इससे पहले 2013-14 में 194 लाख टन का रिकार्ड प्याज उत्पादन हुआ था।

   

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