प्रतिवर्ष 12 से 18 उपग्रह प्रक्षेपण करने के में प्रयासरत इसरो

Update: 2016-06-22 05:30 GMT
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आंध्र प्रदेश (भाषा)। इसरो ने आज कहा कि वह उपग्रह प्रक्षेपण की संख्या बढ़ाकर प्रतिवर्ष 12 से 18 करने की संभावना तलाश रहा है। साथ ही इसने एक नया वाहन असेंबली बिल्डिंग जोड़कर अपनी विशाल पीएसएलवी सीरीज को दुरस्त करने की ज़रुरत पर बल दिया।

भारतीय रक्षा अनुसंधान संगठन (इसरो) के चेयरमैन एएस किरण कुमार ने कहा, ‘‘हमें पीएसएलवी सीरीज को दुरस्त करने की ज़रुरत है और हम देश में क्षमता बढ़ाकर अधिक संख्या में प्रक्षेपण करने का प्रयास कर रहे हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘ हम कुछ ऐसी व्यवस्था पर काम कर रहे हैं जहां उद्योग और इसरो के बीच साझीदारी से हमें प्रति वर्ष प्रक्षेपण की संख्या बढ़ाकर करीब 12 से18 करने की सहूलियत मिल सके।'' कुमार यहां इसरो द्वारा कार्टोसैट-2 सीरीज सहित 20 उपग्रहों का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किए जाने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।

एक तीन चरण वाले पीएसएलवी के विकास के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है। एक चीज पर हम निरंतर ध्यान दे रहे हैं कि कैसे अंतरिक्ष तक पहुंच का खर्च घटाया जाए और इन अध्ययनों के जरिए उपग्रहों के प्रक्षेपण की लागत घटाने की पद्धति पर काम किया जा रहा है।'' एक अन्य प्रक्षेपण स्टेशन के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसरो प्रक्षेपण बढ़ाने और बाधाओं यदि कोई हैं, को दूर करने के लिए प्रयास कर रहा है।

उन्होंने कहा, ‘‘इस दिशा में एक दूसरे यान असेंबली बिल्डिंग के लिए प्रयास किया जा रहा है जो तैयार हो रहा है और इससे प्रक्षेपण की संख्या बढाने में मदद मिलेगी।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमारा प्रयास सतत रुप से स्थिति का आकलन करना और उचित समय पर सुधारात्मक कदम उठाना है।''

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