नई दिल्ली (भाषा)। दिल्ली बीजेपी के विधायक विजेंद्र गुप्ता राज्यसभा को ख़त्म किए जाने की कथित तौर पर पैरवी करके परेशानी में घिरते नजर आ रहे हैं। सभापति हामिद अंसारी की ओर से उनके खिलाफ जरुरी कार्रवाई की अनुशंसा किए जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल ने गुप्ता से जवाब मांगा है।
उप राष्ट्रपति अंसारी ने जनता दल यूनाइटेड सांसद केसी त्यागी की ओर की गई शिकायत पर दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष से गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा है, ''ये मामला प्रथम दृष्टया विशेषाधिकार के उल्लंघन का लगता है।''
गुप्ता की ओर से अखबार में लिखे गए लेख का हवाला देते हुए त्यागी ने आरोप लगाया कि बीजेपी विधायक ने संसद के दोनों सदनों के बीच अंतर का उल्लेख किया था और राज्यसभा को समाप्त करने का सुझाव दिया था। अंसारी को गुप्ता के खिलाफ दिए विशेषाधिकार हनन के नोटिस में त्यागी ने कहा था कि भाजपा विधायक की ओर से व्यक्त की गई राय विशेषाधिकार का हनन और सदन की अवमानना है। गोयल ने कहा, ''उप राष्ट्रपति की ओर से निर्देश मिलने के बाद हमने गुप्ता से जवाब मांगा। उन्होंने जवाब देने के लिए 15 दिन का समय मांगा है।''
गुप्ता ने अपनी राय को सही ठहराते हुए कहा, ''मैंने जो लिखा था उस पर कायम हूं। मैंने कुछ गलत नहीं किया है। इस तरह की बहस किसी भी लोकतंत्र में आम होनी चाहिए। इस मुद्दे का राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश की जा रही है।''