राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री और सपा सदस्यों के बीच तीखी नोंकझोंक

Update: 2016-07-25 05:30 GMT
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नई दिल्ली (भाषा)। राज्यसभा में आज बिजली मंत्री पीयूष गोयल और सपा सदस्यों के बीच उत्तर प्रदेश के गाँवों में विद्युतीकरण को लेकर तीखी नोंकझोंक हुयी और सभापति हामिद अंसारी को हस्तक्षेप करना पड़ा और सपा सदस्यों ने मंत्री के जवाब से असंतोष जताते हुए सदन से वाकआउट किया।

राज्यसभा में यह नजारा प्रश्नकाल के दौरान देखने को मिला जब गोयल सपा सदस्य नरेश अग्रवाल के उत्तर प्रदेश के गाँवों में बिजली पहुंचाने से जुड़े पूरक सवालों का जवाब दे रहे थे।

सभापति ने सपा सदस्यों से संयम बरतने और संसदीय शब्दों का इस्तेमाल करने को कहा। नरेश अग्रवाल और नीरज शेखर सहित अन्य सपा सदस्यों का आरोप था कि मंत्री का जवाब सही नहीं है।

इसी क्रम में उन्होंने कुछ ऐसे शब्दों का प्रयोग किया जिस पर सदन में मौजूद दो अन्य केंद्रीय मंत्रियों नितिन गडकरी और उमा भारती ने भी आपत्ति जतायी। गडकरी ने कहा कि अगर सदस्य को लगता है कि मंत्री का जवाब गलत है तो वे विशेषाधिकार हनन का नोटिस दे सकते हैं।

अंसारी ने सदस्यों से सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि एक या दो सवालों में ही ज्यादा समय नहीं लगा दिया जाना चाहिए और अन्य सदस्यों को भी अपने सवाल पूछने का मौका मिलना चाहिए।

मंत्री ने अपने लिखित जवाब में कहा था, ‘‘उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दी गयी सूचना के अनुसार, एक अप्रैल 2015 की स्थिति को उत्तर प्रदेश में 1529 गाँव ऐसे थे जो विद्युतीकृत नहीं थे। दिनांक 17 जुलाई 2016 की स्थिति के अनुसार दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत 1356 गाँवों में विद्युतीकरण के कार्य पूरे कर दिए गए हैं। शेष गैर-विद्युतीकृत गाँवों को मई 2018 से पहले विद्युतीकरण किए जाने का लक्ष्य है।'' अग्रवाल ने कहा कि इस जवाब के अनुसार दो सौ से भी कम गांव गैर-विद्युतीकृत हैं जो ‘‘सही नहीं'' है। उन्होंने सरकार और मंत्री पर राज्य सरकार को बदनाम करने का आरोप लगाया।

 

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