राम और बुध की कहानियों के आधार पर केंद्र बनाएगा पर्यटन नेटवर्क

Update: 2016-07-24 05:30 GMT
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नई दिल्ली (भाषा)। केंद्र सरकार ने देश में रामायण सर्किट और बुद्ध सर्किट जैसे पर्यटन नेटवर्क विकसित करने का फैसला किया है। इसके लिए पर्यटन मंत्रालय ने पिछले साल जनवरी में शुरु की गई ‘स्वदेश दर्शन' योजना के अंतर्गत अभी तक 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए 2,048 करोड़ रुपये मूल्य की 25 परियोजनाएं मंजूर की हैं।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, मंजूर की गई इस राशि में से करीब 403 करोड़ रुपये उन परियोजनाओं के लिए जारी की जा चुकी हैं, जिन्हें मंजूरी मिल चुकी है।

इस योजना के तहत जिन राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के लिए परियोजनाएं मंजूरी की गई हैं, उनमें जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, राजस्थान, महाराष्ट्र, केरल, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ और बिहार शामिल हैं।

पूर्वोत्तर राज्यों के लिए मंत्रालय ने 821 करोड़ रुपये मूल्य की नौ परियोजनाएं मंजूर की हैं, जबकि 282 करोड़ रुपये मूल्य की तीन परियोजनाएं नगालैंड, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में आदिवासी इलाकों के लिए मंजूर की गई हैं। बौद्ध सर्किट के लिए मंत्रालय ने 108.11 करोड़ रुपये मूल्य की दो परियोजनाएं बिहार और मध्य प्रदेश के लिए मंजूर की हैं।

पर्यटन मंत्रालय ने देश में थीम आधारित पर्यटन सर्किट विकसित करने के उद्देश्य से ‘स्वदेश दर्शन' योजना शुरु की थी। इसके तहत 13 थीम आधारित सर्किटों की पहचान की गई है जिनमें पूर्वोत्तर भारत सर्किट, बुद्ध सर्किट, हिमालयन सर्र्किट, तटीय सर्किट, कृष्णा सर्किट, रेगिस्तान सर्किट, आदिवासी सर्किट, ईको सर्किट, वन्यजीव सर्किट, ग्रामीण सर्किट, आध्यात्मिक सर्किट, रामायण सर्किट और धरोहर सर्किट शामिल हैं।

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