बस्ती। खरीफ की फसल पर आये संकट के बाद अब जिला प्रशासन ने रबी की फसल पर अपना ध्यान लगा दिया है। इसके लिए कृषि विभाग को किसानों को हरसंभव मदद के निर्देश दिये गये है। अत्यंत कम वर्षा से खरीफ की जिले की मुख्य फसल धान के उत्पादन पर आये संकट से चौकन्ने प्रशासन ने गोष्ठी का आयोजन कर किसानों को रबी की फसल पर सरकार द्वारा दिये जाने वाले हर अनुदान और कृषि योजनाओं की जानकारी दी गयी।
गोष्ठी के उद्घाटन के बाद गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए मण्डलायुक्त पीके सिंह ने कहा, ''किसानों की लागत कम करने और उत्पादन बढ़ाने के लिए जहां एक ओर बिजली, पानी, खाद, बीज और अन्य कृषि निवेशों की उपलब्धता आवश्यक है वहीं पर सरकारी ट्यूबेलों और नहरों की खामियों को दूर करने की दिशा में सार्थक प्रयास की भी आवश्यकता है।" उन्होने कहा कि उपलब्घ संसाधनों को किसानों तक पहुचाने और कृषिगत विकास के लिए अपेक्षित प्रचार प्रसार किया जाना समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है।" उन्होने किसानों को अनुदान उपलब्धता के सबंध में बताया, ''सरकार केवल उन्हीं किसानों को अनुदान दे सकेगी जो अपना पंजीकरण करा लेंगे। इसके लिए ब्लॉक स्तर पर नि:शुल्क पंजीकरण की व्यवस्था की गई है। अभी तक मात्र दस से पन्द्रह प्रतिशत किसानों का पंजीकरण हो पाया है, यह प्रयास किया जाय कि शतप्रतिशत किसानों का पंजीकरण सुनिश्चित कर लिया जाय।" आयुक्त श्री सिंह ने किसान बीमा योजना का लाभ किसानों को दिलाने के लिए किसानों के बीमा पर विशेष बल दिया, जिससे क्षतिपूर्ति में किसी प्रकार का व्यवधान न हो।
जिलाधिकारी अनिल कुमार दमेले ने बस्ती में रबी अभियान के लिए बनायी गयी रणनीति की जानकारी देते हुये बताया, ''किसानों के लिए खाद, बीज और आवश्यक कृषि रसायनों की आपूर्ति के लिए कार्ययोजना तैयार कर ली गयी है। नकली खादों और बीजों तथा रसायनों की बिक्री पर प्रतिबन्ध लगाने के लिए छापेमारी की रणनीति को अमली जामा पहनाया जायेगा।" जिलाधिकारी श्री दमेले ने परम्परागत खेती के साथ फलों, सब्जियों और चिकित्सीय पौध उत्पादन के लिए प्रोत्साहन देने की रणनीति की जानकारी दी।
रिपोर्टर - सर्वेश शुक्ल