नई दिल्ली (भाषा)। पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को समर्पित स्मारक बड़ी संख्या में बच्चों, युवाओं और उम्रदराज लोगों को आकर्षित कर रहा है और विशाल वीडियो स्क्रीन पर प्रदर्शित उनके विचार लोगों को प्रेरित कर रहे हैं।
‘कलाम मेमोरियल’ व्यस्त दिल्ली हाट के पिछले हिस्से में है और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा उद्घाटन किए जाने के बाद विगत दो दिनों में बड़ी संख्या में लोग वहां आ रहे हैं। यहां युवा और बूढ़े समान रूप से महसूस कर सकते हैं कि वह कितना सादा जीवन जीते थे। इसकी वजह से ही उन्हें ‘जनता के राष्ट्रपति’ की उपाधि दी गई थी।
स्मारक के सामने एक खुला प्रांगण है और इसके पास एक बरामदा है। धातु की एक पट्टिका पर कलाम की तस्वीर है और दीवारों पर उनके जीवन के सफर की जानकारी दी गई है। दीवार को बाहर से जीवंत लाल रंग से पेंट किया गया है। संग्रहालय में पूर्व राष्ट्रपति से जुड़ी वस्तुएं रखी गई हैं, जिसमें उनके कपड़े, पुस्तकें, स्मारिका और प्रशस्ति पत्र, जो उन्हें विभिन्न संस्थानों और संगठनों ने भेंट किए, वो सब शामिल हैं।
दीवारों पर बड़ा पैनल लगाया गया है जिसमें रामेश्वरम में 1931 में उनके जन्म से लेकर देश के शीर्ष पद तक पहुंचने के उनके जीवन के सफर को दर्शाया गया है। एक विशेष पैनल में शिक्षकों के साथ उनके संवाद के अनुभवों को बयां किया गया है और कैसे पक्षियों की उड़ान ने उन्हें रॉकेट साइंस पढ़ने के लिए प्रेरित किया इसका जिक्र है। एक विशेष वीडियो में बच्चों की ओर से कलाम को दी गई श्रद्धांजलि स्क्रीन पर दिखाई गई है।