नई दिल्ली। सड़कों पर 62 फीसदी से अधिक हादसों की वजह वाहनों की तेज रफ्तार होने के मद्देनजर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि लापरवाह ड्राइवरों पर अंकुश लगाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों पर कैमरे लगाए जाएंगे और ऐसे ड्राइवरों पर कड़े दंड लगाए जाएंगे।
गडकरी ने मीडिया से कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि नया मोटर वाहन अधिनियम संसद के आगामी सत्र में पारित हो जाएगा। क्योंकि राजस्थान के परिवहन मंत्री की अगुवाई वाला मंत्रियों का दल कड़े दंडों पर अपनी रिपोर्ट सौंप सकता है और मंत्रिमंडल से मंजूरी मिलने के बाद उसे संसद में पेश किया जाएगा।’’
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि 2015 की दुर्घटनाओं के अध्ययन से पता चलता है कि नियमित लाइसेंस धारक करीब पांच लाख सड़क हादसों में से 79 फीसदी हादसों में शामिल थे, और इन हादसों में 1.46 लाख लोगों की जान चली गई। भारत में 30 फीसदी लाइसेंस फर्जी हैं।
उनका कहना है कि करीब 77 फीसदी हादसों में ड्राइवरों की गलती होती है। भारत ही एकमात्र ऐसा देश है, जहां ड्राइविंग लाइसेंस बहुत उदारतापूर्वक जारी किए जा रहे हैं, लेकिन अब सरकार ऐसा नहीं होने दे सकती। ‘‘प्रस्तावित नये मोटर विधेयक में कंप्यूटरीकृत सेंटरों पर ड्राइवरों के परीक्षा पास होने के बाद ही ड्राइविंग लाइसेंस हासिल किए जा सकते हैं।
इस परीक्षा का नतीजा सेटेलाइट के माध्यम से स्वत: ही संबंधित आरटीओ के पास भेजा जाएगा और आरटीओ के लिए तीन दिन के अंदर लाइसेंस जारी करना अनिवार्य होगा, अन्यथा अधिकारी को दंड का सामना करना पड़ेगा। ‘’ गडकरी ने कहा।