अगर आप बारिश में भीगते हैं तो ये खबर आपके लिए है...

बारिश में भीगना या नहाना तो ठीक है लेकिन इस पानी से होने वाले इन्फेक्शन (संक्रमण) से बचना भी बहुत जरुरी है।

Update: 2018-09-04 10:12 GMT

लखनऊ। बारिश होते हुए देखकर आपका मन भीगने का जरूर होने लगता है। भीगने का मन न भी हो फिर भी ऑफिस जाते समय या किसी जरुरी काम से निकलने पर भीग जरुर जाते होंगे। बारिश में भीगना या नहाना तो ठीक है लेकिन इस पानी से होने वाले इन्फेक्शन (संक्रमण) से बचना भी बहुत जरुरी है। बारिश में होने वाले इन्फेक्शन से कैसे बचा जा सकता है इसके लिए गाँव कनेक्शन ने बात की लखनऊ के वरिष्ठ त्वचा रोग विशेषज्ञ  डॉ. अबीर सारस्वत से।

डॉ. अबीर सारस्वत ने बताया, "बरसात के मौसम में स्किन की बीमारियां इसलिए बढ़ जाती हैं, क्योंकि उमस बढ़ जाती है। एक तो वातावरण में उमस बढ़ जाने के बाद अगर आप बारिश में भीग जाते हैं तब दिक्कत आती है। अक्सर लोग बरसात में पूरी तरह से भीग जाते हैं और कपड़े नहीं बदलते हैं, जिसके कारण फंगल और बैक्टीरियल इन्फेक्शन आसानी से पनप जाते हैं। यहीं कारण हैं कि बारिश में संक्रमित बीमारियां बढ़ जाती हैं।"

ये भी पढ़ें : 
इस तरह आप खुद जान सकेंगे सब्जियों और दूध से लेकर खाने में मिलावट है कि नहीं- डॉ. धवन

डॉ. अबीर सारस्वत, त्वचा रोग विशेषज्ञ

"बरसात में बैक्टीरियल इन्फेक्शन जैसे आम फोड़े-फुंसी और दूसरे फंगल इन्फेक्शन जो आम दाद होते हैं। सामान्यत: जहां पर चमड़ी रगड़ खाती है, पसीना रुकता है पानी का रुकता है और त्वचा जहां से मुड़ती (फोल्ड) है वहां पर दाद हो सकते हैं। बरसात में बैक्टीरियल और फंगल इन्फेक्शन दोनों बढ़ जाते हैं।" डॉ अबीर ने बताया।

बरसात के मौसम में कपड़े कैसे पहनने चाहिए इसके बारे में डॉ. अबीर ने बताया, "इन सब से बचने का तरीका यही है कि बरसात में भीगे नहीं। आप जितने अच्छे से गीलेपन और उमस से बचेंगे उतना ही आप उन इन्फेक्शन से दूर रह सकते हैं। तो सबसे पहला सवाल है कि कपड़े कैसे पहने जाएंं? कॉटन के ढीले कपड़े पहनिए। लोग आजकल बहुत ज्यादा टाइट जींस, सिंथेटिक जींस पहनते हैं और अंडरगारमेंट्स भी ऐसे आने लगे हैं जो कि 100 प्रतिशत कॉटन के नहीं होते हैं। पॉलीएस्टर और सिंथेटिक फाइबर होते हैं वो पसीना बिलकुल भी नहीं सोकते हैं और उनसे रगड़ भी ज्यादा लगती है। आपको ऐसे कपड़े नहीं पहनने चाहिए क्योंकि इन कपड़ों से इन्फेक्शन होने का खतरा रहता है।"

इन सब मामलों में अपनी भारतीय वेशभूषा सबसे अच्छी है। ढीला कुर्ता पायजामा, कॉटन की पैंट पहने तो अच्छा है। जींस पहनने के बाद अगर आपकी त्वचा गीली है तो आप चलेंगे, दौड़ेंगे तो वह छील देती है और वहां पर इन्फेक्शन चालू हो जाता है। कपड़ों का ख्याल रखें दूसरी बात जब कभी तो आप की त्वचा गीली हो तो उसको बहुत ही अच्छी तरह से सुखा लें। खासकर उन जगहों पर जहां पर चमड़ी-चमड़ी से जुड़ी रहती है। उसके अलावा आप टेलकम पाउडर का प्रयोग कर लें जिससे पसीना आने बाद वह उसे सुखा देता है।

ये भी पढ़ें : पढ़ाई के समय 45 मिनट पर एक ब्रेक जरूरी

"अंडरगारमेंट जरुर पहनें, आजकल देखा जाता है कि फैशन में लड़के बनियान नहीं पहनते हैं सीधे शर्ट, टी-शर्ट पहन लेते हैं तो बनियान एक बहुत अच्छा काम करती है कि पसीना सोखता रहती है। अब बनियान पहनेंगे नहीं तो शरीर गीला होगा और इन्फेक्शन होने के चांस बढ़ जाते हैं। भीगने के बाद जितनी जल्दी हो सके तो कपड़े बदल लें।" डॉ अबीर ने बताया। 

Similar News