हर्बल आचार्य की सलाह: गज़ब का हैंडवाश है नीम, जानिए कैसे बनाएं घर पर देसी हैंडवॉश

भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना वायरस का आतंक है। इस बीमारी की अब तक कोई वैक्सीन नहीं बन पाई है। लेकिन कुछ एहतियात बरतकर इससे बचा जा सकता है। हाथ धोना इसमें बहुत कारकर है,

Update: 2020-03-05 13:19 GMT
कोरोना वायरस से बचने के लिए डॉक्टर लोगों को सलाह दे रहे हैं कि वो बार-बार हाथ धुले, ताकि हाथों में चिपके वायरस खत्म हो जाएं।  हैंडवॉश और सैनेटाइजर रोज की जिंदगी में काफी महंगे पड़ सकते हैं, ऐसे में आपके लिए नीम एक बेहतरीन देसी विकल्प है। गांव कनेक्शन के हर्बल गुरू डॉ. दीपक आचार्य नीम के फायदे बता रहे हैं।

नीम के बहुआयामी उपयोगों को देखते हुए इसे 'ट्री ऑफ मिलेनियम' घोषित किया गया है। इस संपूर्ण पेड़ के तमाम अंग विभिन्न तरह के औषधीय उपयोगों के लिए इस्तेमाल में लाए जाते हैं। चाहे अनाज संग्रहण की बात हो या फसलों पर होने वाले कीटों के आक्रमण की, नीम का इस्तेमाल सदियों से बतौर कीट विकर्षक किया जाता रहा है। ग्रामीण अंचलों में आज भी गेहूं चावल जैसे अनाजों के संग्रहण के दौरान नीम की सूखी पत्तियों को अनाज के कंटेनर्स में डाल दिया जाता है ताकि इनमें घुन या कीड़े मकोड़े आदि ना लगें।

नीम एंटीमाइक्रोबियल होता है और इसमें त्वचा जनित रोगों के लिए जिम्मेदार सूक्ष्म जीवों को मारने की क्षमता पाई जाती है। इसलिए पारंपरिक तौर से इस की पत्तियों के रस से स्नान की सलाह भी दी जाती है ताकि त्वचा विकारों में आराम मिल सके।

नीम को एक बेहतर हैंडवाश की तरह इस्तेमाल में लाया जा सकता है। इसकी पत्तियों का रस निचोड़ कर बतौर हैंड वाश इस्तेमाल किया जाए तो बाजार में बिकने वाले केमिकल युक्त हैंड वॉश से कई गुना बेहतर परिणाम देखने मिलेंगे। इसी तरह की पारंपरिक और कारगर जानकारियों को जानने और ज्यादा बेहतर तरीके से समझने के लिए हमारे शो 'हर्बल आचार्य' को देखते रहें और हमारे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब भी करें।

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