इटावा। डॉ. भीमराव अम्बेडकर संयुक्त चिकित्सालय स्टाफ की कमी उसकी कार्यशैली को लेकर स्वयं बीमार लग रहा है। मरीजों का तो आलम यह है कि वह इलाज कराने के लिए यहां आते जरूर हैं, लेकिन मायूस होकर लौट जाने को मजबूर हो जाते हैं। इस समय जनपद में वायरल का प्रकोप जारी है। जिला अस्पताल में सुविधा न मिलने पर लोग प्राइवेट चिकित्सकों के यहां इलाज कराने को मजबूर हैं।
जिला अस्पताल में वायरल रोगियों की तादाद में इजाफा
जिला अस्पताल में मरीजों की तादाद में निरंतर इजाफा हो रहा है। अब स्थिति यह है कि रोगियों की तादाद का आंकड़ा एक हजार पार कर गया है। कहने को तो केन्द्र व प्रदेश सरकार सरकार द्वारा शिक्षा व स्वास्थ्य पर विशेष जोर दिया जा रहा है। जिला अस्पताल में जांच से लेकर उपचार तक की नि:शुल्क सुविधा दी जाती है। बिल्डिंगों के लिए भी भरपूर बजट दिया जा रहा है। इसके बावजूद चिकित्सकों सहित स्टाफ की कमी को दूर नहीं किया जा रहा है। वर्तमान में जिला अस्पतालों में जो चिकित्सक हैं वे अपनी ड्यूटी के बजाय टाइमपास करने को कुछ ज्यादा ही महत्व दे रहे हैं और अपने घरों पर क्लीनिक चला रहे हैं।