Wimbledon : एक रोलर की मरम्मत के लिए खेला गया था पहला टेनिस टूर्नामेंट

Update: 2017-07-03 19:23 GMT
विंबलडन 2017 के विनर एंडी मरे और सेरेना विलियम्स (फोटो साभार: इंटरनेट)

लखनऊ। आज से शुरू हो चुके विंबलडन 2017 को 140 साल पूरे हो गए हैं। विश्व के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित टेनिस टूर्नामेंट के 140वें आगाज पर गूगल डूडल ने भी बधाई दी। इसके इतिहास पर नज़र डालें तो 1877 में पहले विंबलडन की शुरुआत हुई थी, जिसका आयोजन ऑल इंग्लैंड क्रॉकेट और लॉन टेनिस क्लब में हुआ था।

इस बार स्टार खिलाड़ी सेरेना विलियम्स और मारिया शारापोवा के बिना विंबलडन का मैदान थोड़ा सूना रहेगा। जहां सेरेना विलियम्स मां बनने वाली हैं वहीं मारिया शारापोवा जांघ की चोट के चलते टूर्नामेंट के बाहर रहेंगी।

इस तरह हुआ था पहला मैच

हालांकि इसके पीछे मकसद रोलर की मरम्मत के लिए फंड इकट्ठा करना था ताकि लॉन को मेनटेन किया जा सके। पहली बार दुनिया में किसी संगठित टेनिस टूर्नामेंट का आयोजन हुआ था लेकिन टूर्नामेंट सिर्फ़ पुरुषों के सिंगल्स मुक़ाबलों तक ही सीमित था। इसमें सिर्फ़ 22 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। प्रत्येक खिलाड़ी को चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए एक गिन्नी की राशि दी गई थी।

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9 जुलाई 1877 को पहला मैच हुआ और फाइनल 19 जुलाई को हुआ। विजेता को 12 गिन्नी पुरस्कार राशि के रूप में और 25 गिन्नी का चांदी का चैलेंज कप दिया गया। लंदन के वैंड्सवर्थ इलाके के रॉकेट खिलाड़ी स्पेंसर गोरे (27 वर्ष) पहले विबंलडन चैंपियन बने थे। इन्होंने टेनिस खिलाड़ी विलियम मार्शल को हराया था। टूर्नामेंट से 10 यूरो की राशि इकट्ठा हुई जिससे रोलर की मरम्मत कराई गई।

सफेद पोशाक है विंबलडन की पहचान

ऑस्ट्रेलियाई, फ़्रेंच और अमरीकी ओपन से अलग विंबलडन टेनिस के साथ-साथ एक फैशन शो और ब्रिटिश जीवन शैली का एक समारोह भी है। विंबलडन के मैदान पर खिलाड़ी रंग-बिरंगे कपड़ों में नहीं उतर सकते। ज़्यादातर मौक़े पर खिलाड़ियों को सफेद रंग की ड्रेस में ही कोर्ट पर उतरना होता है।

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विश्वयुद्ध के दौरान नहीं खेला गया था मैच

दोनों विश्व युद्धों के दौरान विंबलडन प्रतियोगिता नहीं हुई लेकिन 50 का दशक महिलाओं के टेनिस में सुनहरा दौर लेकर आया। इसस दौरान लुईस ब्रो, पॉलिन बेट्ज और मौरीन कोलोनी ने विंबलडन पर अपना दबदबा कायम किया।

पुरस्कार राशि

ऑल इंग्लैंड क्लब की ओर से सभी प्रतिभागियों को कुल 36.1 मिलियन यूरो ( लगभग 23 करोड़) की राशि इनाम में दिया जाएगा। वहीं मेंस सिंगल्स और वुमेंस सिंगल्स के विजेताओं को 2.2 मिलियन यूरो ( लगभग 16 करोड़) की राशि इनाम में दी जाएगी।

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टिकट

विंबलडन में जैसे-जैसे मैच होते जाएंगे टिकट की राशि बढ़ती जाएगी। शुरुआती मैच की राशि 4130 रुपए होगी जबकि फाइनल मैच के लिए सेंटर कोर्ट का टिकट लगभग 14 हजार रुपए है।

रॉयल बॉक्स

1922 से विंबलडन के प्रत्येक मैच में दोस्तों और मेहमानों के मनोरंजन के लिए रॉयल बॉक्स का इस्तेमाल होता आ रहा है। इसमें 74 सीट होती हैं जहां ब्रिटिश शाही परिवार के सदस्यों के साथ सरकारी मंत्री, अधिकारी, टेनिस के रिटायर्ड खिलाड़ी वगैरह आमंत्रित किए जाते हैं।

विजेता ट्रॉफी

जेंटलमेंस सिंगल्स ट्रॉफी ऑल इंग्लैंड क्लब की ओर से 1887 से दी जा रही है। इससे पहले फील्ड कप (1877-1883) और चैलेंज कप (1884-1886) दिया जाता था। इस ट्रॉफी की लागत 100 गिन्नी होती है। यह कप चांदी से बना होता है जिसकी ऊंचाई 18 इंच और 7.5 इंच व्यास की होता है।

लेडीज सिंगल्स चैंपियनशिप

लेडीज सिंगल्स ट्रॉफी सिल्वर का कलेक्टर होता है जिसे कभी-कभी रोज़वाटर डिश या वीनस रोज़वाटर डिश भी कहा जाता है और पहली बार 1886 में इंट्रोड्यूज किया गया है। कलेक्टर 18.75 इंच व्यास का होता है।

वाइल्ड कार्ड एंट्री

वाइल्ड कार्ड के जरिए उन खिलाड़ियों को एंट्री दी जाती है जिनकी वर्ल्ड रैंकिंग बहुत ज्यादा नहीं होती और उस खिलाड़ी के विंबल्डन के पिछले प्रदर्शन और ब्रिटिश दर्शकों की रुचि को आधार बनाया जाता है। यह प्रथा 1977 से शुरू है।

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