लखनऊ। “सूरज बनना है तो सूरज की तरह तपना होगा। मेहनत करना मत छोड़ना, मेहनत ही लक्ष्य की प्राप्ति कराती है।” ये बातें प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में अमर उजाला की ओर से आयोजित प्रदेश के मेधावी बच्चों के सम्मान में बच्चों को सम्मानित करते हुए कहीं।
उन्होंने कहा, “पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन आम परिवार से थे और अपनी मेधा से सर्वोच्च पद पर पहुंचे।” उन्होंने छात्र-छात्राओं का हौसला बढ़ाते हुए अरुणिमा सिन्हा और लखनऊ में पहली बार तैनात हुईं महिला आईपीएस मंजिल सैनी की भी मिसाल पेश की। उन्होंने आगे कहा कि यूपी बोर्ड में सालाना सात लाख बच्चे पास हुए। देश के आंकड़ों पर गौर करें तो सीबीएससी और आइसीएसई सभी बोर्ड से करीब एक से सवा करोड़ बच्चों ने परीक्षा पास की है, ये सरकार के लिए चुनौती है और इससे निपटना होगा। उन्होंने कहा कि गर्व की बात है कि भारत युवाओं का देश है, आने वाले समय में चीजों को बेहतर बनाना होगा। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार और उनके मुताबिक कार्य दिलाने के लिए फंड क्रिएट कर इंतजाम करना होगा।
जल्द होगी एमबीबीएस की दो हजार सीटें
मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा सरकार प्रदेश ने प्रदेश के विकास में कई कदम उठाए है। प्रदेश में जिस तरह से छात्रों की संख्या बढ़ रही है। उसे देखते हुए नए मेडिकल कॉलेजों, इंजीनियरिंग कॉलेज को भी बढ़ा रही है। एमबीबीएस में 700 सीटें थीं, अब 1240 सीटें हैं। जल्द की प्रदेश में दो हजार एमबीबीएस सीट हो जाएंगी। वहीं पॉलीटेक्निक में भी 40 हजार से सीट बढ़ाकर एक लाख की जा रही हैं।
नौ सौ करोड़ वापस लेने पर मांगेंगे जवाब
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “14वें वित्त के तहत प्रदेश को नौ सौ करोड़ रुपए मिले थे। नीति आयोग बनने के बाद ये धनराशि वापस ले ली गई। प्रदेश सरकार इसके लिए केंद्र से जवाब मांगेगी।”
जनेश्वर मिश्रा पार्क ऑक्सीजन लेने आते हैं लोग
मुख्यमंत्री ने पिछली बसपा सरकार में बनाए गए स्मारकों पर चुटकी लेते हुए कहा कि सपा सरकार में जनेश्वर मिश्रा पार्क बना है, पार्क में लोग ऑक्सीजन लेने आते हैं, पार्क में टिकट भी नहीं लगता है। उन्होंने कहा कि अधिकतर लोगों ने इमामबाड़ा घूमा है, भूलभूलैया में चार दरवाजे है, मगर एक सही है, इसे आपको समझना है।
हमसे नहीं चीफ सेक्रेट्री साहब से पूछिए कि वो किस बेंच पर बैठते थे
मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ. अब्दुल कलाम जैसे साधारण लोग देश के राष्ट्रपति बन गए। उन्होंने बिल्कुल सही कहा था, कभी-कभी लास्ट बेंच पर बैठने वाले भी कमाल करते हैं। अब ये बात आप लोग हमसे मत पूछिएगा कि किस बेंच पर बैठते थे। ये बात आपको चीफ सेक्रेटरी साहब से पूछनी चाहिए क्योंकि वह सीनियर आईएएस अफसर हैं। अगर देश में कलाम साहब का नाम लिया जाए जरा सोचिए कि वो कहां से कहां पहुंच गए।
कलाम साहब के साथ और भी लोग हैं जिन्होंने गाँव में रहकर नाम कमाया। अगर किसी ने लिंकन के बारे में पढ़ा होगा तो जानता होगा कि हर मोड़ पर असफलता देखने के बाद वह ताकतवर देश के राष्ट्रपति बन गए। मैं बच्चों से कहना चाहूंगा कि अगर वो इन लोगों से प्रेरणा लेंगे तो उन्हें दुनिया की कोई ताकत सफल होने से नहीं रोक सकती है।
रक्षाबंधन आने वाला है
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा के मुलायम-माया की जुगलबंदी पर प्रहार करते हुए कहा कि रक्षाबंधन आने वाला है। जल्द पुराने रिश्ते भी दिखाई देंगे। उन्होंने कहा कि संगम पर जाने से बुद्धि नहीं आती।
मीडिया को लगाई फटकार
कैराना मामले में सीएम ने मीडिया को फटकार लगाई। कुछ राजनीतिक दलों को विकास के अलावा कुछ मुद्दा चाहिए, कुछ चैनलों को कुछ खबर के बाद कुछ खबर चाहिए। जनता को गुमराह मत करिए, केवल चैनल चलाने के लिए खबर चलाते हो आप कहते हैं कि कश्मीर बन गया, आपका मुंह काला हो।
रामदेव ने योग के साथ आटा भी पैक कर दिया
सीएम ने कहा कि ये ऐसा दौर है जब सबसे ज्यादा पैक्ड आटा बिक रहा है। इससे पहले इतना पैक्ड आटा नहीं बिकता था। मुझे खुशी इस बात की है कि बाबा रामदेव ने तो योग के साथ आटा भी पैक कर दिया।
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