नई दिल्ली (भाषा)। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने स्वामी विवेकानंद की असाधारण प्रतिभा की चर्चा करते हुए बताया कि स्वामी विवेकानंद पखावज बजाते थे और उनका संबंध प्रतिभा संपन्न संगीतकारों के परिवार से था।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत संगीत नाटक अकादमी की अंगीभूत इकाई कथक केंद्र में स्वामी विवेकानंद सभागार का उद्घाटन किया और कहा कि सभागार को स्वामी जी के नाम से समर्पित करना सच्ची श्रद्धा प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि नृत्य संगीत और नाटक के लिए संस्कृत की पौराणिक पुस्तक में प्रेक्षागृह का उल्लेख मिलता है। राष्ट्रपति ने कहा कि संगीत नाटक अकादमी ने कलाकारों, चिंतक और विद्वानों को जीवंत बौद्धिक स्थान दिया है।
समारोह की अध्यक्षता संस्कृति और पर्यटन मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने की। उन्होंने बताया कि संस्कृति मंत्रालय हमेशा युवा कलाकारों और विद्यार्थियों की विशेष आवश्यकताओं को समर्थन देने में प्रयासरत है।