लखनऊ। "ग्रामीण स्वच्छ भारत मिशन के तहत निर्धारित प्रमुख सात घटकों को अपनाकर ग्रामीण जन स्वस्थ रह सकते हैं तथा इन उपायों से अपने खेतों के लिए खाद पैदा कर कुछ आर्थिक बचत व जल संरक्षण का कार्य भी कर सकते हैं।" प्रमुख सचिव पंचायती राज, चंचल कुमार तिवारी ने कहा, उन्होंने कहा, "सर्वप्रथम ग्रामीण जन पीने के पानी के इण्डिया मार्का-2 के पानी का उपयोग करें व पीने के पानी का सुरक्षित रखरखाव करें। घर एवं बाहर की स्वच्छता सुनिश्चित करें।"
प्रमुख सचिव ने कहा कि पीने के पानी के लिए हैण्डपंप के पानी के बाद जो दूषित पानी निकलता है उसके सुरक्षित निकास की व्यवस्था करे और इस प्रकार का उपाय करें कि इस पानी से जल संरक्षण का कार्य हो सके।
उन्होंने अधिकांश ग्रामीण को स्वच्छ शौचालयों को अपनाने की सलाह दी तथा मानव मल का सुरक्षित निपटान की भी व्यवस्था करने को कहा है। इसके साथ ही कूड़ा-करकट का सुरक्षित निपटान करें तथा इससे क पोस्ट व वर्मी खाद बनाने की भी व्यवस्था करे तथा जागरूक रहें। व्यक्तिगत स्वच्छता तथा पूरे गाँव की स्वच्छता के प्रति कार्य करें। इसके लिए ग्राम स्तर पर तैनात अधिकारियों व कर्मचारियों का मार्ग दर्शन व सलाह प्राप्त करें।