औरैया में प्रशासन की सुस्ती से तालाबों पर हो रहा कब्जा 

Update: 2017-06-16 22:44 GMT
तालाब पर अवैध कब्जा

इश्त्याक खान/बाबी चौधरी

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

औरैया। शहर के मोहल्ला मदार दरवाजा विधिचंद्र का तालाब कब्जे की जद में होने की वजह से अपना अस्तित्व खोता जा रहा है। तालाब को कब्जे से मुक्त कराने के लिए जिले के आला अधिकारियों से शिकायत की गई, लेकिन किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया। इससे तालाब का रकबा सिमटता जा रहा है।

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जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर मोहल्ला मदार दरवाजा विधिचंद्र में बना तालाब अपना अस्तित्व खोता जा रहा है। तालाब पर शहर के प्रमुख लोगों द्वारा कब्जा किया जा रहा है। कुछ लोगों ने कब्जे की जमीन पर मकान तो किसी ने गेस्ट हाउस तो किसी ने मिटटी डालकर अपनी दुकान रख ली है। तालाब को कब्जे से मुक्त कराने के लिए कई बार तहसील दिवस, थाना दिवस में शिकायत की परंतु तालाब की तरफ किसी ने गौर नहीं किया। तालाब पर लगभग 20 से ज्यादा लोगों ने अपना कब्जा जमा लिया है।

विधिचंद्र निवासी लकी सेंगर (38) का कहना है, "तालाब पर रसूखदार लोगों ने कब्जा कर लिया है अगर उनके खिलाफ कोई शिकायत भी करे तो हिम्मत नहीं जुटा पाता है"

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विधिचंद्र निवासी सतेंद्र पोरवाल (30) ने बताया, "तालाब बहुत पुराना है धीरे-धीरे लोग कब्जा करते जा रहे है अगर समय रहते दखल न दिया गया तो कीमती जमीन होने के कारण पूरे तालाब पर कब्जा हो जाएगा।"

इस समस्या के संबंध में हमनें बात की राम सेवक दिवेदी, अपर जिलाधिकारी से, उनका कहना था कि तालाबों पर अवैध कब्जों को हटाने के लिए टीम गठित कर दी गई है। अवैध कब्जे वाले तालाबों को चिहि्त किया जा रहा है। जल्द ही सभी तालाबों को कब्जा मुक्त करा लिया जाएगा।

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