ग्रामीणों तक नहीं पहुँच पा रही सरकारी योजनाओं की जानकारी 

Update: 2017-06-17 17:34 GMT
गाँव कनेक्शन की चौपाल 

अश्वनी कुमार द्विवेदी

स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

लखनऊ। सरकार समय-समय पर समाज के विभिन्न वर्गों और ग्रामीण क्षेत्र के लिए लोक कल्याणकारी योजनाएं चलाती है। उसका लाभ समाज के निचले स्तर तक पहुंचाने का प्रयास भी कर रही है, लेकिन जनता से सीधे सम्प्रेषण की कमी इसमें बहुत बड़ी बाधक बनी हुई है।

सरकारी योजनाओं की जानकारी ब्लॉक स्तर पर प्रधानों और सचिव को दी जाती है। प्रधान व सचिव की जिम्मेदारी है कि उन योजनाओं के बारे में बैठक बुलाकर ग्रामीणों को जानकारी दें। शाशन स्तर से योजनाएं बनने के बाद जिलाधिकारी ,मुख्य विकास अधिकारी ,खण्ड विकास अधिकारी , खंड अधिकारी से प्रधान और सचिव के माध्यम से ग्रामीणों तक पहुंचानी होती हैं। ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं की जानकारी देने एवं ग्राम पंचायतों की लोगों में पारदर्शिता बनाने के लिए गाँवों में सभाएं कराए जाने का प्रावधान है, लेकिन पंचायत विभाग की अनदेखी के चलते लोगों को इन सभाओं में मिलने वाली सरकारी योजनाओं की कोई जानकारी उपलब्ध नहीं हो रही है।

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गाँव कनेक्शन टीम द्वारा ब्लॉक मलिहाबाद के ग्राम भुलसी पुर ग्राम पंचायत जलाल पुर ,ग्राम बिराहिम पुरवा, बीकेटी के ग्राम उद्वत पुर ,ग्राम दुघरा, ग्राम नेवाज पुर,ग्राम पंचायत दशौली ,चिनहट ब्लॉक के ग्राम वीरम पुर ,ग्राम रमुआ पुर ग्राम पंचायत बौरुमऊ ,ग्राम पूरव गाँव ग्राम देवरई कला में चौपाल का आयोजन किया गया। चौपाल में कुछ बातें चौंकाने वाली थीं। इन सभी गाँवों में अधिकांश ग्रामीणों को सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी ही नहीं है।

चिनहट ब्लॉक की ग्राम वीरम पुर निवासी दीपा यादव (40) का कहना है, "हमारे गाँव में लोग ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं, जिसके चलते ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं की जानकारी नहीं मिल पाती है।"

चिनहट ब्लॉक के ग्राम देवराई निवासी मुनिका सिंह (45) बताती हैं, "ऐसा कोई माध्यम नहीं है, जिससे गाँव के लोगों को सरकारी योजनाओं के बारे में पता चल सके। जानकारी के अभाव में ग्रामीण क्षेत्र के जरुरतमंद लोगों को सरकारी सुविधाओं से वंचित रह जाते हैं।"

वहीं बीकेटी के ग्राम पंचायत दशौली के मजरा नेवाज पुर निवासी दिलीप का कहना है, "गाँव तक सरकारी योजनाओं की जानकारी पहुंच ही नहीं पाती है।"

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इस विषय पर खंड विकास अधिकारी माल दिनकर विद्यार्थी ने बताया, "विभिन्न प्रकार की योजनाएं जैसे मनरेगा,प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना,राष्ट्रीय आजीविका मिशन इत्यादि सभी केंद्रीय/प्रादेशिक योजनाओं के संचालन के लिए ब्लॉक स्तर के साथ-साथ ग्राम सचिव और प्रधान को जानकारी देने के साथ ही समय समय पर ग्राम पंचायतों में भी कैम्प लगाए जाते हैं। ब्लॉक में भी हर बुधवार को योजनाओं की जानकारी दी जाती है। कोशिश यही रहती है कि ग्रामीणों को ज्यादा से ज्यादा जानकारी और योजनाओं का लाभ दिया जा सके। बाकी जहां प्रधान और सचिव ज्यादा सक्रिय हैं वहाँ काम बहुत अच्छा हो रहा है।”

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