नोटबंदी के 50 दिन पर बाराबंकी के लोग बोले- थोड़ी बहुत परेशानी हुई लेकिन सब देशहित में

Update: 2016-12-29 21:30 GMT
बाराबंकी के ज्यादातर लोगों ने माना फैसला देश हित में।

स्वयं डेस्क

बेलहरा (बाराबंकी)। नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने पर गांव कनेक्शन ने जिले के अलग-अलग इलाके में लोगों से बात कर उनकी राय जानी। ज्यादातर लोगों ने माना कि 500-1000 की नोट बंद होने खेती से लेकर रोजमर्रा के काम प्रभावित जरुर हुए हैं, लेकिन इससे कालेधन पर लगाम जरुर लगेगी।

शहर में रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप सारंग बताते हैं, “नोटबंदी का अभी तो असर ईमानदार लोगों पर पड़ा है, कुछ समस्याएं भी हुई हैं लेकिन लोगों ने देशहित में इसे खुशी-खुशी अपनाया है। सरकार का फैसला गलत धन कमाने वालों पर सबक सिखाएगा।” वहीं लखपेड़ा बाग में रहने वाले राकेश शर्मा ने कहा कि हम लोगों को कोई परेशानी नहीं है सरकार पहली बार कोई ऐसा अच्छा काम कर रही है।

31 दिसंबर को 500-1000 की नोट जमा करने की आखिरी तारीख पर मोहम्मदपुर खाला इलाके में दोहाई ग्राम प्रधान धर्मेंद्र सिंह बताते हैं, ग्रामीण इलाकों में लोगों के पास ज्यादा बड़े नोट नहीं होते हैं जो थे वो पहले ही जमा कर चुके हैं, इसलिए कोई समस्या नहीं है।” जिलों में ज्यादातर लोगों ने माना ही परेशानी और पछतावा कालाधन रखने वालों को होगा। सूरतगंज में ग्राम भिरिया के मौजूदा प्रधान राकेश मिश्रा ने मोदी के फैसले और कालेधन पर सख्ती के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि हमारे आसपास के लगभग सभी लोग अपने नोट आसानी से जमा कर चुके हैं। जब फैसला देश हित में है तो थोड़ी बहुत परेशानी ही सही।” देवां ब्लॉक में बिशुनपुर के पूर्व ग्राम प्रधान अशोक सक्सेना बताते हैं, मुझे अभी तक जो लोग मिले हैं वो सब इस फैसले से संतुष्ट ही नजर आएं हैं। 31 दिसंबर तो दूर ज्यादातर लोग तो नवबंर में ही बड़ी नोट जमा कर चुके थे।”


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