कर्जमाफी योजना के लिए धरने पर बैठे सत्याग्रही 

Update: 2017-06-17 12:13 GMT
एटा जिला कलेक्ट्रेट में धरना देते सत्याग्रही किसान दयाराम ‘पागल’।

मोहम्मद आमिल, स्वयं प्रोजेक्ट डेस्क

एटा। किसानों का कर्जमाफी की घोषणा के बाद भी किसानों का कर्ज अभी तक माफ नहीं हुआ है, किसानों को हो रही परेशानी को देखते हुए क्षेत्र के सत्याग्रही किसान दयाराम ‘पागल’ कलेक्ट्रेट पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे गए हैं।

सत्याग्रही किसान दयाराम ने प्रदेश सरकार की किसानों के कर्जमाफी योजना पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘सरकार ने किसानों के कर्जमाफी के वायदे को पूरा करने में जो नीति लागू की है, उसमें काफी विसंगतियां हैं। जो विसगंतियां हैं उन्हें दूर करते हुए उन किसानों का भी कर्ज माफ किया जाए जिन पर दिसम्बर 2016 तक का कर्ज बकाया है।”

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वह आगे कहते हैं, ‘‘किसानों को एक लाख रुपए तक का कर्ज चुकाने में दिक्कतें आ रहीं हैं, जबकि सरकार ने वायदा किया था कि प्रदेश के किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा। जलेसर तहसील के गाँव नगला मीरा निवासी दयाराम क्षेत्र के किसानों, मजदूरों और विकास के लिए कई बार आंदोलन कर चुके हैं।

वह पिछले 35 वर्षों से जनसमस्याओं को लेकर आंदोलन करते आए हैं। एक बार फिर से दयाराम किसानों की समस्याओं को लेकर अनिश्चिकालीन धरने पर बैठे हुए हैं।

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