लखनऊ। राजधानी के एशबाग रामलीला मैदान पर विजयादशमी मनाने आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जय श्रीराम के उद्घोष के बाद अपने संबोधन में कहा, “आतंकियों पर शिकंजा कसा जा रहा है। मगर अब उनकी भी खैर नहीं जिन्होंने आतंक को पनाह दे रखा है।”
आतंक के खिलाफ सबसे लड़ने वाले थे जटायु
लखनऊवासियों के माध्यम से देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि रामलीला के इस भव्य आयोजन में आकर वे धन्य हो गए। उन्होंने यह भी कहा कि देश में बहुत सी समस्याएं व जटिलताओं का अंत करने का समय आ गया है। यह मात्र धर्म का परिचायक नहीं है बल्कि यह एक परंपरा है जो लोगों को बुराई पर अच्छाई का संकेत देता है। विजयादशमी के अवसर पर उन्होंने कहा, “लक्ष्मण की नगरी में आना मेरे लिए एक सौभाग्य की बात है।” उन्हाेंने आतंक के विषय पर बोला कि आतंक के विरोध में सबसे पहले यदि किसी ने आवाज उठाई थी तो वे जटायु थे। यह इस बात का परिचायक है कि आतंक का मुखर विरोध सबसे पहले भारत में ही किया गया था। भाषण के अंत में उन्होंने श्रीराम के नारे लगवाकर सभी को प्रेम का संदेश दिया।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में रहा काफिला
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विजयादशमी के अवसर पर मंगलवार की शाम लखनऊ पहुंचे। अमौसी हवाईअड्डे पर राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने उनकी आगवानी की। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई अन्य सांसद व प्रमुख नेता भी मौजूद थे। प्रधानमंत्री विशेष विमान से करीब 5:22 पर अमौसी एयरपोर्ट पर उतरे। प्रधानमंत्री की आगवानी करने वालों में प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव राहुल भटनागर, पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजिल सैनी के साथ ही लखनऊ के जिलाधिकारी सत्येंद्र सिंह भी मौजूद थे। इसके बाद प्रधानमंत्री का काफिला कड़ी सुरक्षा के बीच ऐशबाग रामलीला ग्राउंड के लिए रवाना हो गया था। रामलीला मैदान में आने के बाद उनका भव्य स्वागत किया गया । इस बीच उन्होंने श्रीराम के नारे लगाकर लोगों को त्योहार की बधाई दी।