कानपुर हादसा: 15 घंटे बाद जिंदा निकाले गए बाप-बेटी, सपा नेता महताब आलम पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज

Update: 2017-02-02 17:47 GMT
बिल्डिंग के मलबे से बचाई गई बच्ची। फोटो- साभार एनडीटीवी

कानपुर। शहर के जाजमउ इलाके में ढही निर्माणाधीन इमारत के मलबे से एक व्यक्ति और उसकी बेटी को जीवित बाहर निकाला गया है। इस मामले में अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 18 लोग घायल हैं, पुलिस ने मामले में सपा नेता महताब आलम पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरु कर दी है।

कानपुर में बुधवार को अल्लाहु अकबर मस्जिद के पास एक निर्माणाधीन सात मंजिला इमारत गिर गई थी, हादसा उस वक्त हुआ जब आखिरी मंजिल पर छत डाली जा रही थी। हादसे के दौरान काफी मजदूर अंदर काम कर रहे थे। पुलिस के साथ सेना और एनडीआरएफ को बचाव कार्य में लगाया गया था। सेना और एनडीआरएफ के दलों ने आज सुबह छोटी बच्ची और उसके पिता को मलबे में जिंदा निकाला, दोनों को मामूली चोट आई हैं।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुल्हरी ने बताया कि कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) के ओएसडी डीडी वर्मा ने बुधवार रात चकेरी पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई थी कि महताब आलम अवैध तरीके से इमारत का निर्माण करवा रहे थे और इसके लिए केडीए ने उन्हें 23 नवंबर 2016 को नोटिस दिया था। उन्होंने शिकायत के हवाले से कहा कि आलम ने नोटिस का जवाब नहीं दिया। इमारत को केडीए ने पिछले सात 26 दिसंबर को सील कर दिया था लेकिन अवैध रुप से सील तोडकर कल निर्माण फिर से शुरु किया गया था। कुल्हरी ने कहा कि शिकायत के आधार पर आलम और उनके ठेकेदार के खिलाफ धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) समेत भारतीय दंड संहिता की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आलम के आवास पर छापा मारा लेकिन वह नहीं मिला। आलम और उनका ठेकेदार दोनों फरार हैं।

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