शहरी भारत में जल प्रबंधन एक चुनौती: जेटली

Update: 2016-10-27 17:39 GMT
वित्त मंत्री अरुण जेटली।

नई दिल्ली (भाषा)। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि अधिक से अधिक लोग शहरों की ओर स्थानांतरित हो रहे हैं, ऐसे में शहरी ढांचागत सुविधाएं विशेषरूप से जल का बेहतर ढंग से प्रबंधन चुनौती होगा। वित्त मंत्री ने कहा कि भारत में जिस तेजी के साथ शहरीकरण बढ़ रहा है उससे ये वृद्धि गतिविधियों का केंद्र बन जाएंगे।

उन्होंने एडीबी-एशियन थिंक टैंक डेवलपमेंट फोरम-2016 को संबोधित करते हुए कहा, “आज शहरी इलाकों में हमारी 31 प्रतिशत आबादी रहती है। अगले दो दशक में इस आंकड़े में उल्लेखनीय बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।” जेटली ने कहा कि जब इस आंकड़े में अगले दो दशक में उल्लेखनीय इजाफा होगा, हम देखेंगे कि भारत वास्तव में वृद्धि गतिविधियों का केंद्र बन जाएगा।

मुझे लग रहा है कि अगले दो दशक में भारत को तेजी से शहरीकरण करना होगा। उन्होंने कहा कि शहरीकरण से बिजली की आपूर्ति बढ़ेगी। साथ ही सड़कों में उल्लेखनीय सुधार होगा। हालांकि, जेटली ने कहा कि जल हमेशा बड़ी चुनौती बना रहेगा क्योंकि यह ऐसा संसाधन है जिसकी कमी है।

उन्होंने कहा कि सैटेलाइट नगरों के उभरने, अर्द्ध शहरीकरण तथा महत्वपूर्ण महानगरों के आसपास नए शहर बनने से शहरीकरण की प्रक्रिया आंशिक तौर पर बढ़ रही है।

दिल्ली और मुंबई का उदाहरण देते हुए जेटली ने कहा कि राज्यों में प्रमुख शहरी केंद्र वृद्धि का इंजन होते हैं। वैश्विक अर्थव्यवस्था के बारे में जेटली ने कहा कि पिछले कुछ साल के दौरान अधिक गंभीर चुनौतियों का सामना किया है।

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