चुनाव से पहले कैराना में पकड़ा गया अवैध हथियारों का जखीरा, हथियारों में 200 राइफल भी शामिल

Update: 2017-01-13 17:23 GMT
कैराना पुलिस जब्त हथियारों के साथ।

शामली (पश्चिमी यूपी)। चुनाव में खूनखराबा और को लेकर बदनाम रहे पश्चिमी यूपी में हथियारों की फैक्ट्री पकड़ी गई है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां इसलिए सकते हैं क्योंकि ये फैक्ट्री पिछले दिनों अपराध और हिन्दुओं को पलायन को लेकर चर्चा में रहे शामली जिले के कैराना में पकड़ी गई है। पुलिस ने फैक्ट्री से सैकड़ों बंदूक, तमंचे और 200 से ज्यादा राइफल बरामद की हैं। इससे पहले मथुरा में एक खेप पकड़ी गई थी।

विधानसभा चुनाव से पहले कैराना में भारी मांत्रा में असलहे और अधबने तमंचे पकड़े गए हैं। एसपी शामली अजयपाल शर्मा ने बताया कि चेकिंग के दौरान दो बदमाशों के पकड़े जाने के बाद फैक्ट्री के बारे में पता चला जहां हजारों की संख्या में हथियार और कच्चा माल बरामद किया गया है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया बाकी 6 अन्य की तलाश जारी है।

बरामद हथियार और फैक्ट्री का सामान।

कैराना कोतवाली क्षेत्र में पुलिस ने दो कारे भीं बरामद की हैं, जिसने बदमाश हथियारों की तस्करी किया करते थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से 123 बंदूक,315 बोर के 80 तमंचे और 203 रायफल बरामद की हैं।

हिंदुओं के पलायन को लेकर चर्चा में आया था कैराना।

उत्तर प्रदेश के सबसे संवेदनशील इलाके में गिने जाने वाले कैराना नें पहले चरण में ही चुनाव हैं। पुलिस के मुताबिक इऩमें से ज्यादातर हथियार पूर्वी यूपी से तस्करी कर यहां लाए गए थे, जिनका चुनाव में इस्तेमाल होना था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक उत्तर भारत में ये पिछले कई वर्षों से हथियारों की पकड़ी गई सबसे बड़ी खेप हैं। पिछले एक हफ्ते मथुरा, जबकि सोमवार को कुशीनगर में एटीएस और पुलिस भारी संख्या हथियार बरामद किए थे। बताया जा रहा है ये हथियार भी बिहार के मुंगेर में बने हो सकते हैं।

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