गोरक्षा के नाम पर अब दलितों का हो रहा है उत्पीड़न : मायावती 

Update: 2016-10-11 21:05 GMT
मायावती, बसपा प्रमुख

लखनऊ (भाषा)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के ‘गोरक्षकों' की प्रशंसा करने पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार बनने के बाद से गोरक्षा के नाम पर पहले मुसलमानों और अब दलितों का देश भर में उत्पीडन किया जा रहा है।

मायावती ने यहां एक बयान में कहा, ‘‘गोरक्षकों द्वारा आपराधिक, असामाजिक और जातिवादी हिंसक कृत्यों की अनेक दर्दनाक घटनाओं के सामने आने के बावजूद जनभावना के खिलाफ जाकर इन आपराधिक तत्वों की तारीफ करना निश्चित रूप से देशहित का काम नहीं हो सकता है.''

उन्होंने कहा, ‘‘वास्तव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार बनने के बाद गोरक्षा के नाम पर पहले मुसलमानों को और अब दलितों को हर प्रकार की जुल्म ज्यादती और उत्पीड़न का जबर्दस्त शिकार देश भर में बनाया जा रहा है। इसके बावजूद संघ प्रमुख द्वारा गोरक्षकों को संरक्षण प्रदान करना समाज और देश को जोड़ने का काम नहीं हो सकता।''

असली और नकली गोरक्षक की पहचान करने के भागवत के आह्वान को गलत, संकीर्ण और कट्टरवादी सोच की उपज बताते हुए मायावती ने कहा कि संघ को ‘गोरक्षा' की बजाय सेवा भाव एवं अहिंसा पर आधारित ‘गोसेवा' पर बल देना चाहिए क्योंकि गोरक्षा के कार्य में हिंसा निहित है। उन्होंने कहा कि इसी का दुष्परिणाम है कि गुजरात में अत्यंत दर्दनाक उना दलित उत्पीड़न कांड के सार्वजनिक होने पर पूरा देश आक्रोशित हुआ। गोरक्षा के नाम पर भाजपा शासित राज्यों गुजरात, मध्य प्रदेश, हरियाणा, छत्तीसगढ़, झारखंड में लगातार हिंसक वारदात हो रही हैं। दादरी कांड में तो पीट-पीट कर मार भी दिया जाता है।

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