लखनऊ। सपा प्रदेश कार्यालय में संयुक्त बैठक में सबसे पहले बोलते हुए अखिलेश यादव ने पिता-पुत्र के संबंधों की दुहाई देते हुए भावुक होते हुए कहा कि "नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का रास्ता हर कोई जानता है। आपने अन्याय के खिलाफ लड़ने का रास्ता दिखाया। आपने मुझे सबकुछ दिया, लेकिन आज मेरे खिलाफ साजिश हो रही है। अफवाह फैलाई जा रही कि मैं नई पार्टी बनाऊंगा। अगर कोई मेरे खिलाफ साजिश कर रहा है तो मुझे उसके खिलाफ खड़ा होना होगा।"
आपने जो भी कहा, मैंने उसको माना
अखिलेश यादव ने कहा कि "आपने जो भी कहा, मैंने उसको माना। आपने कहा कि "24 महीने के भीतर एक्सप्रेस वे बनकर तैयार होना चाहिए। हमने 22 महीने में तैयार कर दिया। आपके जन्मदिन पर इसका उदघाटन करेंगे।" अपना बचाव करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि "लोग कह रहे हैं कि मैं नई पार्टी बनवा रहा हूं। मैं नहीं बना रहा हूं। मेरी जिम्मेदारी है कि मैं साजिश के खिलाफ खड़ा होऊं।"
आपने इस्तीफा मांगा होता तो मैं इस्तीफा दे देता
नेताजी की तरफ मुखातिब होते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि "अगर आपने इस्तीफा मांगा होता तो मैँ इस्तीफा दे देता। आपने कहा कि दीपक सिंघल को हटाओ, मैंने हटाया। आपने कहा कि गायत्री प्रजापित को हटाओ, मैंने हटाया। मुझे हटाने के लिए अमर सिंह बैठे हैं।" मुख्यमंत्री ने रोते हुए कहा कि "अमर सिंह ने पिछले साल ही ट्वीट किया था कि यूपी में सपा में बदलाव होगा और सीएम को बदला जाएगा। उनके टिवट की जांच करा ली जाए।"
राजनीति छोड़ दूंगा तो कहां जाऊंगा
रामगोपाल यादव का बचाव करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि "रामगोपाल जी ने मुझसे कभी भी किसी को हटाने के लिए नहीं कहा।" अपने भविष्य के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि "राजनीति मेरा करियर है, राजनीति छोड़ दूंगा तो कहां जाऊंगा।" अखिलेश यादव अपने समर्थकों से भी कहा कि "वे लोग अपनी दिल की बात नेताजी से कहें।"