औरंगजेब से तुलना पर आगबबूला हुए अखिलेश

Update: 2016-10-24 21:49 GMT
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव।

लखनऊ। इतिहास का सबसे विवादित नायक या खलनायक मुगल बादशाह औरंगजेब एक बार फिर चर्चा में है। दिल्ली में औररंगजेब रोड का नाम बदलकर एपीजे कलाम रोड कर दिया गया था। इसके बाद बहुत सियासी विवाद हुए थे।

अब उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े सियासी परिवार के बीच मचे घमासान में औरंगजेब सबकी जुंबा पर है। सोमवार को सपा की संयुक्त बैठक में मुख्यमंत्री अखिलेश एक समाचार पत्र में अपनी तुलना औरंगजेब से करने पर आगबबूला नजर आए और उन्होंने इस लेख के लिए सपा के महासचिव अमर सिंह और एमएलसी आशु मलिका का जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि अमर सिंह के कहने पर ही नेताजी (मुलायम सिंह यादव) को शाहजहां और मुझे औरंगजेब करार देकर लेटर लिखवाया गया। ऐसे में आखिरकार औरंगजेब एक बार फिर सुर्खियां बना।

औरंगजेब को लेकिर इतिहासकार बंटे हुए हैं। साल 1658 में औरंगजेब हिन्दुस्तान के तख्त पर बैठा था। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि उसने बादशाहत का ताज अपने भाइयों और रिश्तेदारों का खून बहा कर हासिल किया था। मुगल बादशाह औरंगजेब को लेकर विवादों की जड़े काफी गहरी हैं। कुछ महीना पहले ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लुटियंस जोन में औरंगेजब के नाम की सड़क पर विवाद हुआ था। केन्द्र सरकार के मंत्रियों और अधिकारियों के बड़े बंगलों के बीच से गुजरने वाली औरंगजेब रोड का नाम बदलकर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर कर दिया गया। जिसको लेकर दिल्ली में कई दिनों तक विवाद हुआ था।

कहा जाता है कि औरंगजेब ने अपने पिता शाहजहां को नजरबंद करके अपनी हूकूमत की शुरुआत की थी। इतिहास के मुताबिक शाहजहां ने साफ तरीके से ये जाहिर कर दिया था कि उसका उत्तराधिकारी बड़ा बेटा दारा शिकोह है लेकिन दारा शिकोह के कम अनुभव का लाभ उठाकर औरंगजेब ने सत्ता हथिया ली।

इतिहासकर इरफान हबीब के मुताबिक औरंगजेब सन 1658 में हिन्दुस्तान का बादशाह बना था लेकिन मुगलों की ये दस्तान सैकड़ों बरस पुरानी है। साल 1526 से लेकर 1857 तक हिन्दुस्तान पर मुगलों की हुकूमत रही है। मुगल बादशाह बाबर ने भारत में मुगल साम्राज्य की नींव रखी थी। बाबर का बेटा हुमायूं भी बादशाह बना और उसका बेटा अकबर भारतीय इतिहास में एक महान शासक के तौर पर दर्ज हुआ। अकबर ने 1556 से लेकर 1605 के बीच करीब पचास सालों तक भारत के एक बड़े हिस्से पर शासन किया। अकबर के बाद उसका बेटा सलीम जहांगीर हिंदुस्तान के तख्त पर बैठा और जहांगीर के बाद उसके बेटे शाहजहां ने मुगलिया सलतनत की बागडोर संभाली थी। शाहजहां से बगावत करके औरंगजेब ने हिन्दुस्तान में शासन करना शुरू किया। इतिहास में दर्ज 1525 वो तारीख है जब बाबर ने हिन्दुस्तान में मुगलिया हुकूमत की नींव रखी थी लेकिन मुगल साम्राज्य की सरहदों को सबसे ज्यादा विस्तार औरंगजेब की हुकूमत में मिला। औरंगजेब 17वीं सदी का 6वां मुगल शासक हुआ है जिसने करीब 48 सालों तक भारतीय उपमहाद्वीप पर राज किया। लेकिन इसके बाद भी औरंगजेब के नाम से लोग दूर भागते हैं।

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