यूपी चुनाव: चौथे चरण में ताकत दिखाने को तैयार गुलाबी गैंग

Update: 2017-02-22 02:14 GMT
संपत पाल

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के चौथे चरण में बुधवार होने जा रहे मतदान में गुलाबी गैंग की कमांडर संपत पाल भी चुनावी मैदान में हैं। चित्रकूट जिले की मऊ मानिकपुर विधानसभा सीट से सपा-कांग्रेस गठबंधन में पंजे के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ रही गुलाबी गैंग की यह नेता इस बार उत्साह से भरी हैं। हालांकि साल 2012 में भी वह इसी सीट से कांग्रेस उम्मीदवार थी लेकिन चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन इस बार एसपी-कांग्रेस गठबंधन के बाद संपत पाल को उम्मीद है कि इस बार विधानसभा पहुंचने में वह कामयाब होंगी।

महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाकर गुलाबी गैंग बनाने वाली संपत पाल कहती हैं ''मैं अपने जीवन में घर में खुद अत्याचार सहा, आसपास महिलाओं का शोषण देखा उसके बाद महिलाओं को इकट्ठा करके संघर्ष किया। गुलाबी गैंग बनाकर महिलाओं को न्याय दिलाया और अब विधायक बनकर उनको सत्ता में हिस्सेदारी दिलाना चाहती हूं। ''उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड की सभी सीटों पर गुलाबी गैंग की महिलाएं असर रखती हैं।

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बुंदेलखंड का चित्रकूट और बांदा जिला एक दशक पहले उस समय चर्चा में आया था जब गुलाबी साड़ी और हाथ में लाठी लिए महिलाओं के एक समूह ने थानों और बीडीओ कार्यालय पर हमला बोला था। उस समय गुलाबी गैंग और इसकी मुखिया संपत पाल देश-दुनिया में चर्चा में आईं थी। घरेलू हिंसा से लेकर पुलिस और सरकारी अधिकारियों के जुल्म के खिलाफ संपत पाल के नेतृत्व में महिलाओं ने बिगुल फूंका था। अनपढ़ और खुद अपने पति के जुल्म की शिकार रही संपत पाल ने महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए गुलाबी गैंग की स्थापना की थी। इस गैंग के खौफ से पत्नियों पर जुल्म कर रहे कई सारे पतियों और पुलिस प्रशासन को सबक सिखाया गया था। संपत पाल के संघर्ष की कहानी से बालीवुड भी अछूता नहीं था और इनके जीवन पर माधुरी दीक्षित अभिनीत गुलाब गैंग फिल्म बनी थी। संपत बाल बिग बॉस में भी गईं थी।

महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए जो रास्ता मुझे ठीक लगा उसको मैंने अपनाया था लेकिन अब मैं लोकतांत्रिक तरीक से महिलाओं को उनका हक दिलाना चाहती हूं। इसलिए चुनाव मैदान में हूं।
संपत पाल, गुलाबी गैंग की नेता

संपत पाल के चुनाव लड़ने से मऊ मानिकपुर विधानसभा सीट एक बार फिर चर्चा में है। साल 2012 के चुनाव में इस सीट से बीएसपी के चंद्रभान सिंह पटेल ने सपा के श्यामचरण गुप्ता को हराया था। कांग्रेस उम्मीदवार संपत पाल उस चुनाव में तीसरे स्थान पर आईं थी। बीएसपी के बागी आरके पटेल को बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं इस सीट से बीएसपी के टिकट पर साल 1996 से लेकर 2007 तक लगातार तीन बार विधायक रहे बीजेपी दद्दू प्रसाद निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर 80 हजार ब्राम्हण, 40 हजार कोल और 15 हजार पाल जाति के मतदाता हैं। माना जा रहा है कि राहुल और अखिलेश की जोड़ी का फायदा इस बार संपत पाल का मिल सकता है। संपत पाल के साथ काम करने वाली मीना ने कहा ''अगर दीदी इस बार चुनाव जीतती हैं तो गुलाबी गैंग को और ज्यादा मजबूती मिलेगी।''

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