हाथ में तलवार थमायी तो उसे कैसे ना चलायें: अखिलेश 

Update: 2016-11-05 15:00 GMT
समाजवादी पार्टी रजत जयंती समारोह।

लखनऊ (भाषा)। मुख्यमंत्री के रुप में अपनी कैबिनेट से चाचा शिवपाल सिंह यादव सहित चार मंत्रियों को बर्खास्त कर चुके अखिलेश यादव ने शनिवार को कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि उनके हाथ में तलवार थमायी जाए और फिर कहा जाए कि वह उसे चलायें नहीं।

अखिलेश ने SP के रजत जयंती समारोह में कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति का नाम लेते हुए कहा, ‘‘प्रजापति को कहेंगे कि हमें (आप) तलवार दे देते हो भेंट में और उधर कहते हो कि मैं तलवार ना चलाऊं। ऐसा कैसे हो सकता है।'' समारोह के संयोजक गायत्री ने मंच पर बैठे सभी अतिथियों का तलवार देकर स्वागत किया था। गायत्री को अखिलेश एक बार अपनी कैबिनेट से बर्खास्त कर चुके हैं। अखिलेश ने इसी बहाने संभवत: यह समझाने की कोशिश की कि मुख्यमंत्री बनाया है तो वह अपने अधिकारों का इस्तेमाल करेंगे।

SP के भीतर मचे घमासान का परोक्ष रुप से उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि राम मनोहर लोहिया ने कहा था कि लोगों को उनकी बात समझ आएगी लेकिन उनके मरने के बाद। ‘‘मैं इसी बात को दूसरे रुप में कहता हूं कि लोगों को समझ में आएगा लेकिन सपा का नुकसान हो जाने के बाद।'' उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश भारत का भविष्य है। आने वाले समय में जो चुनाव (विधानसभा) होने जा रहा है, वो भारत का भविष्य तय करेगा कि देश किस तरफ जाएगा।

अखिलेश ने कहा कि केंद्र की सत्ता में बैठी BJP ने लोगों में मतभेद पैदा किये हैं। BJP के लोगों ने दूरियां पैदा की हैं। उनका सत्ता का रास्ता वहीं से निकलता है। उत्तर प्रदेश की जनता ने BJP को 70 से अधिक सांसद दिये लेकिन राज्य को आदर्श गाँव योजना से ज्यादा कुछ नहीं मिला।

अखिलेश ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ और नौजवान नेता सभी बसपा और BJP के खिलाफ लड़े हैं। उन्होंने साइकिल चलायी है और खून पसीना बहाया है। वह हर तरह की परीक्षा देने को तैयार हैं। हमारा लक्ष्य बसपा और BJP की पराजय सुनिश्चित करना है।

उन्होंने विश्वास जताया कि प्रदेश के 2017 विधानसभा चुनाव में एक बार फिर SP की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी। ‘‘दुनिया में जितने भी लोग हैं, वो महसूस करते हैं समाजवादी विचारधारा ही हर वर्ग के लोगों को आगे बढ़ाने का काम करती है।'' मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से SP के रजत जयंती वर्ष की शुरुआत हो रही है और प्रदेश में SP की सरकार है। हम चाहते हैं कि जब रजत जयंती समारोह संपन्न हों, तब भी SP की ही सरकार रहे।

उन्होंने कहा कि SP 2017 में तो सरकार बनाएगी ही, 2019 में भी उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक फैसला होगा। यह कहकर अखिलेश ने भविष्य में जनता परिवार और समान विचारधारा वाले दलों के साथ गठबंधन की संभावना से इंकार नहीं किया।

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